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CPEC Project और चीनी नागरिकों की रक्षा के लिए विशेष दल बनाएगी पाकिस्तानी सेना

चीन-पाकिस्‍तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के तहत चीनी नागरिकों और परियोजनाओं की रक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना ने विशेष दल बनाने का फैसला किया है।

By TaniskEdited By: Published: Sun, 19 May 2019 04:47 PM (IST)Updated: Sun, 19 May 2019 04:47 PM (IST)
CPEC Project और चीनी नागरिकों की रक्षा के लिए विशेष दल बनाएगी पाकिस्तानी सेना

इस्लामाबाद, पीटीआइ। बलूचिस्तान के पांच सितारा होटल में आतंकी हमले के बाद पाकिस्तान ने इस इलाके की सुरक्षा को मजबूत करने की कवायद शुरू कर दी है। इसी कड़ी में चीन-पाकिस्‍तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) के तहत चीनी नागरिकों और परियोजनाओं की रक्षा के लिए पाकिस्तानी सेना ने विशेष दल बनाने का फैसला किया है। पाकिस्तानी सेना के सैन्य प्रवक्ता मेजर जनरल आसिफ गफूर ने इसकी जानकारी दी है। 

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गौरतलब है कि आर्थिक संकट से जूझ रहे पाकिस्‍तान के लिए ग्‍वादर पोर्ट काफी मायने रखता है। यहां 50 बिलियन डॉलर की लागत का CPEC परियोजना चल रहा है। यहां चीन के साथ-साथ कई और देशों के भी लोग काम करने में जुटे हुए हैं।

इंटर सर्विसेज पब्लिक रिलेशंस (ISPR) के महानिदेशक मेजर जनरल गफूर ने CPEC को पाकिस्तान और चीन के बीच गहरी दोस्ती का एक जीवंत उदाहरण बताया। उन्होंने कहा कि परियोजना की सुरक्षा सुनिश्चित करना पाकिस्तानी सेना का कर्तव्य है।

उन्होंने रावलपिंडी में शनिवार को चीनी मीडिया से बात करते हुए कहा कि पाकिस्तनी सेना ने परियोजना की रक्षा के लिए एक पूरी डिवीजन-आकार की सेना पहले ही तैनात कर चुकी है। यही नहीं वे इस उद्देश्य के लिए एक और डिवीजन तैनात करने की योजना बना रहे हैं। इससे पहले कहा गया था कि CPEC परियोजना और उसके लिए काम करने वाले चीनी नागरिकों की सुरक्षा के लिए 9,000 पाकिस्तानी सेना और 6,000 अर्धसैनिक बलों के जवानों के एक विशेष सुरक्षा दल (SSD) बनाई गई है।

गफूर ने कहा कि पाकिस्तान ने पिछले दो दशकों के दौरान आतंकवाद को लेकर काफी चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना किया है और अब सुरक्षा स्थिति नियंत्रण में है। देश में CPEC की भूमिका के बारे में बात करते हुए, उन्होंने कहा कि CPEC द्वारा लाई गई आर्थिक समृद्धि आतंकवादियों के इरादों को विफल कर देगी। इस परियोजना की सफलता के साथ अधिक रोजगार और व्यापार के अवसरों का अनावरण होगा और अधिक आर्थिक अवसरों के साथ, लोगों की जीवनशैली में बदलाव आएगी। उन्होंने दावा किया कि CPEC के लॉन्च के बाद से बलूचिस्तान में सुरक्षा की स्थिति में सुधार हुआ है। इस परियोजनाएं के चलते आने वाले दिनों में सुरक्षा, विकास और निवेश की स्थिति और बेहतर होगी।

गफूर का यह बयान बलूचिस्‍तान के ग्‍वादर शहर में फाइव स्‍टार होटल पर्ल कॉन्टिनेंटल पर हुए आतंकी हमले के बाद आया है। इस हमले में आठ लोगों की मौत हो गई थी। इसकी जिम्मेदारी बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली थी। यह संगठन बलूच राष्ट्रवादियों के सबसे संगठित आतंकवादी समूहों में से एक है। इस समूह ने पिछले साल कराची में चीनी वाणिज्य दूतावास पर हुए आतंकवादी हमले को अंजाम दिया था। 

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