चीन के दोस्त पाकिस्तान ने भी तरेरी आंख, लद्दाख के करीब गिलगित में किया वायुसेना अभ्यास
वास्तविक नियंत्रण रेखा पर चीन से जारी विवाद के बीच पाकिस्तान ने भी गिलगित में वायुसेना का अभ्यास कर आंखें तरेरी है। उक्त इलाका लद्दाख से ज्यादा दूर नहीं है।
नई दिल्ली/गिलगित, आइएएनएस। पाक और चीन की सदाबहार दोस्ती जगजाहिर है। लेकिन पाकिस्तान इन दिनों चीन के इशारे पर कुछ ज्यादा ही उकसावे वाली कार्रवाइयों में जुटा हुआ है। वास्तविक नियंत्रण रेखा (Line of Actual Control, LAC) पर चीन से जारी विवाद के बीच पाकिस्तान ने भी गिलगित में वायुसेना का अभ्यास कर आंखें तरेरी है। बताया जाता है कि जिस पूर्वी लद्दाख इलाके में भारत और चीन का विवाद चल रहा है, गिलगित का इलाका उससे ज्यादा दूर नहीं है।
समाचार एजेंसी आइएएनएस के मुताबिक, पाकिस्तानी वायुसेना ने अपना अभ्यास जम्मू-कश्मीर के हिस्से गिलगित-बाल्टिस्तान में किया। बता दें कि आजादी के बाद इस हिस्से पर पाकिस्तान ने कब्जा कर लिया था। यहां के स्कार्दू शहर में स्थित कादरी वायुसेना अड्डे से अभ्यास को संचालित किया गया। इसके लिए पाकिस्तानी वायुसेना अध्यक्ष एयर चीफ मार्शल मुजाहिद अनवर खान खासतौर पर शुक्रवार को वायुसेना अड्डे पर आए थे।
उन्होंने अधिकारियों के साथ बैठक करने के साथ ही उन्होंने युद्धाभ्यास को भी देखा। इस अभ्यास को चीन और पाकिस्तान की मिली-जुली साजिश के तौर पर भी देखा जा रहा है। पता चला है कि पाकिस्तानी वायुसेना अध्यक्ष ने कादरी अड्डे की व्यवस्थाओं को भी बारीकी से देखा। युद्ध के लिए तैयारियों का जायजा लिया और आपात स्थिति में वहां लड़ाकू विमानों की तैनाती बढ़ाए जाने की संभावनाओं को तलाशा। इस लिहाज से उन्होंने कुछ व्यवस्थाओं के विकास के भी निर्देश दिए।
वायुसेना कर्मियों से बातचीत में एयर चीफ मार्शल ने कहा, हमारी क्षेत्र में बदल रहे जमीनी हालात पर पूरी नजर है। हमें उसी के हिसाब से अपनी तैयारियां करनी होंगी और आने वाली चुनौतियों से पूरी मजबूती से निपटना होगा। उन्होंने भारत का उल्लेख करते हुए कहा कि वह भारी मात्रा रक्षा सामग्री खरीद रहा है और क्षेत्र में बड़ी तैयारियां कर रहा है। हम इस सबकी अनदेखी नहीं कर सकते हैं। हमें भी उससे मुकाबले के लिए तैयार रहना होगा।