इस्लामाबाद, पीटीआइ। राष्ट्रपति आरिफ अल्वी ने पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ पार्टी के प्रमुख इमरान खान से कहा है कि वह अपनी पार्टी के नेताओं और सोशल मीडिया टीम को सख्ती से निर्देश दें कि वे नवनियुक्त सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर और शक्तिशाली सेना पर हमला न करें। सेना और पूर्व प्रधानमंत्री के बीच खींचतान के बीच मंगलवार को एक मीडिया रिपोर्ट में यह बात कही गई। खान और उनके अनुयायियों ने पूर्व सेना प्रमुख जनरल कमर जावेद बाजवा पर पीटीआइ सरकार को कथित रूप से गिराने को लेकर लगातार हमला किया है।
मुनीर ने बाजवा का लिया स्थान
जनरल मुनीर, जिन्होंने दोनों शक्तिशाली खुफिया एजेंसियों, इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और मिलिट्री इंटेलिजेंस (MI) का नेतृत्व किया है, ने जनरल बाजवा का स्थान लिया है, जो तीन साल के विस्तार के बाद 29 नवंबर को सेवानिवृत्त हुए थे।
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'सेना प्रमुख की न करें आलोचना'
द न्यूज की रिपोर्ट के मुताबिक, पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआई) पार्टी के एक सूत्र ने पार्टी नेतृत्व और सोशल मीडिया टीम को भेजे गए व्हाट्सएप संदेश का एक स्क्रीनशॉट साझा करते हुए दावा किया कि राष्ट्रपति अल्वी ने खान को बताया कि नए सैन्य प्रतिष्ठान की आलोचना एक 'रेड-बैरियर' की तरह है, जिसे पार नहीं किया जाना चाहिए। अल्वी राष्ट्रपति पद संभालने से पहले खान की पार्टी के थे।
'संस्था के साथ हमेशा लड़ाई नहीं हो सकती'
खान को राष्ट्रपति के कथित संदेश के बारे में पूछे जाने पर पार्टी प्रवक्ता फवाद चौधरी ने कहा कि राष्ट्रपति और पीटीआई अध्यक्ष दोनों पहले से ही स्पष्ट थे कि नए सैन्य प्रतिष्ठान और सेना प्रमुख पर कोई हमला नहीं होगा। अखबार ने उनके हवाले से कहा, 'संस्था के साथ हमेशा लड़ाई नहीं हो सकती।'
चौधरी ने आश्चर्य जताया कि पीटीआई जनरल मुनीर की आलोचना क्यों करेगी, क्योंकि उनकी नियुक्ति खान ने की थी। उन्होंने कहा कि नए सेना प्रमुख नई नीति लेकर आते हैं और पीटीआई को उम्मीद है कि पिछले 7-8 महीनों के दौरान जनरल (रिटायर्ड) बाजवा के अधीन सैन्य प्रतिष्ठान ने पीटीआई के साथ कथित तौर पर जो किया, वह अब नहीं होगा।
नए सेना प्रमुख को दी बधाई
पिछले हफ्ते, खान ने जनरल साहिर शमशाद मिर्जा को ज्वाइंट चीफ्स ऑफ स्टाफ कमेटी के अध्यक्ष और जनरल मुनीर को नए सेनाध्यक्ष के रूप में बधाई दी। खान ने आशा व्यक्त की कि 'नया सैन्य नेतृत्व राष्ट्र और राज्य के बीच पिछले 8 महीनों में बने विश्वास की कमी को समाप्त करने के लिए काम करेगा। राज्य की ताकत उसके लोगों से प्राप्त होती है।'
उसी ट्वीट में, खान ने पाकिस्तान के संस्थापक मुहम्मद अली जिन्ना के उद्धरण को साझा किया, 'यह मत भूलो कि सशस्त्र बल लोगों के सेवक हैं और आप राष्ट्रीय नीति नहीं बनाते हैं, यह हम नागरिक हैं, जो इन मुद्दों को तय करते हैं और उन कार्यों को पूरा करना आपका कर्तव्य है, जो आपको सौंपे गए हैं।' अखबार ने कहा कि इन ट्वीट्स और आईएसआई के वरिष्ठ अधिकारी को लगातार निशाना बनाकर खान वर्तमान सैन्य नेतृत्व पर आईएसआई में कुछ बदलाव करने के लिए दबाव बना रहे हैं।
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