अब इमरान सरकार 'पाकिस्तान बनाओ सर्टिफिकेट' के जरिये जुटा रही है करोड़ों, जानिए- ये स्कीम
पाकिस्तान बचाओ सर्टिफिकेट खरीदने वालों को तीन साल के निवेश पर 6.25 प्रतिशत और पांच साल पर 6.75 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। इमरान सरकार ने 'पाकिस्तान बनाओ सर्टिफिकेट' से विदेश में रहने वाले पाकिस्तानी नागरिकों के जरिये तीन करोड़ डॉलर (करीब 216 करोड़ रुपये) की धनराशि जुटाई है। स्थानीय मीडिया के अनुसार, पाकिस्तान की खस्ताहाल अर्थव्यवस्था को संभालने और देश में निवेश बढ़ाने के लिए सरकार ने यह स्कीम इस साल की शुरुआत में लांच की थी।
पाकिस्तान के वित्त मंत्रालय के प्रवक्ता उमर हमीद ने बताया कि यह योजना अब भी चल रही है। पाकिस्तान बचाओ सर्टिफिकेट खरीदने वालों को तीन साल के निवेश पर 6.25 प्रतिशत और पांच साल पर 6.75 प्रतिशत ब्याज दिया जाएगा। अमेरिका, ब्रिटेन और कुछ अन्य विकसित देशों में, जहां पाकिस्तानी नागरिक बड़ी संख्या में रहते हैं, वहां यह योजना शुरू नहीं हो सकी क्योंकि इन देशों ने पाकिस्तान को इसकी इजाजत नहीं दी।
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पाकिस्तान में गेहूं की कीमतें आसमान छूने लगी है। इसी महीने में इसकी कीमतों में तीसरी बार इजाफा हुआ है। मौजूदा वक्त में पाकिस्तान में सामान्य श्रेणी के आटे की कीमत 44.50 प्रति किलो जबकि सुपर फाइन और फाइन श्रेणी के आटे की कीमत 47.50 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है। नतीजतन एक पैकेट पावरोटी 40 से 80 रुपये में बिक रही है। यही नहीं वेबसाइट NUMBEO के मुताबिक, अच्छे किस्म के चावल की कीमत 130.47 रुपये प्रति किलो तक पहुंच गई है।
आलम यह है कि पाकिस्तान के प्रधानमंत्री कार्यालय के पास बिजली का बिल चुकाने के लिए पैसे नहीं है। वहीं दूसरी ओर पाकिस्तान की सेना भारत का खौफ दिखाकर अपने देश के संसाधनों को दीमक की तरह से चाट रही है। पाकिस्तानी सेना ने हाल ही में एक मिसाइल का परीक्षण भी किया है। नतीजतन देश पर आर्थिक बोझ और बढ़ता ही जा रहा है। पाकिस्तान के पास मात्र 15 अरब डॉलर की विदेशी मुद्रा है। मीडिया रिपोर्टों के मुताबिक, पिछले 22 साल में पाकिस्तान 30 से ज्यादा बार आईएमएफ के पास कर्ज रूपी भीख मांगने जा चुका है।