नवाज ने जेल में गुजारी रात, रेस्ट हाउस बना मरियम का कैद खाना, आज कोर्ट में होंगे पेश
इस तरह पूर्व प्रधानमंत्री ने अदियाला जेल में रात गुजारी और बेटी मरियम एक रेस्ट हाउस में रहीं।
लाहौर [ एजेंसी ]। पाकिस्तान में असेंबली चुनाव प्रचार के बीच के भ्रष्टाचार के तीन मामलों में दोषी पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को शुक्रवार रात स्वदेश लौटते ही गिरफ्तार कर लिया गया। एयरपोर्ट पहुंचते ही शरीफ और मरियम को अलग-अलग बख्तरबंद गाड़ियों में अदियाला जेल स्थानांतरित किया गया। उनकी बेटी मरियम को सिहाला रेस्ट हाउस ले जाया जाएगा, जिसे पाकिस्तान सरकार ने उप जेल घोषित किया है। इस तरह पूर्व प्रधानमंत्री ने अदियाला जेल में रात गुजारी और बेटी मरियम एक रेस्ट हाउस में रहीं। उम्मीद की जा रही है कि आज नवाज और उनकी बेटी को अदालत में पेश किया जा सकता है।
हालांकि , शुरुआत में कहा गया था कि दोनों को एक हेलीकॉप्टर में ले जाया जाएगा, लेकिन अंधेरे के चलते ऐसा नहीं किया गया। भारतीय समयानुसार शरीफ का यह विमान रात करीब 9.15 बजे लाहौर के अल्लामा इकबाल इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर लैंड हुआ। विमान अपने निर्धारित समय से करीब तीन घंटे देरी से पहुंचा। लाहौर एयरपोर्ट के एक अधिकारी के मुताबिक, जब नैशनल अकाउंटेबिलिटी ब्यूरो की टीम पिता-बेटी को यहां गिरफ्तार करने पहुंची, तो दोनों ने बिना किसी विरोध के अपनी गिरफ्तारी दे दी।
लंदन में पाकिस्तान रवाना होने से पहले नवाज और उनकी बेटी मरियम
दोनों को गिरफ्तार करने के बाद यहां से एक विशेष विमान द्वारा इस्लामाबाद लाया गया। शरीफ के विमान के हवाई अड्डा पहुंचने पर बड़ी संख्या में सुरक्षा अधिकारी विमान में दाखिल हो गए और उन्होंने अन्य यात्रियों से जाने के लिए कहा। दोनों के पासपोर्ट को एफआईए की टीम ने जब्त कर लिया और दोनों को शरीफ की मां बेगम शमीम अख्तर से हज लाउंज में भेंट करने दिया गया।
पाकिस्तान हुकूमत के लिए मरियम बनीं सिरदर्द
नवाज शरीफ को पूर्व प्रधानमंत्री की हैसियत से अदियाला जेल के वीआईपी सेल में रखने की तैयारी प्रशासन ने कर ली थी। लेकिन भ्रष्टाचार मामले में सात साल सजा पाईं मरियम की कैद को लेकर प्रशासन पसोपेश में थी। वह किसी संवैधानिक पद पर नहीं रही हैं। इसिलए वह अतिविशिष्ट लोगों की श्रेणी में नहीं आती। वहीं राष्ट्रीय जवाबदेही ब्यूरो की रावलपिंडी जेल में भी कोई महिला कर्मी नहीं हैं।
छावनी में तब्दील हुआ लाहौर
चुनाव के समय पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ और उनकी बेटी की गिरफ्तारी पर समर्थकों की गहरी प्रतिक्रिया हो सकती है, इसलिए पाकिस्तानी हुकूमत ने इसके लिए सुरक्षा की एक खास रणनीति तैयार की थी। सरकार ने सुरक्षा और कानून व्यवस्था के मद्देनजर पूरे लाहौर को छावनी में तब्दील कर दिया था। कई सड़कों को कंटेनरों की मदद से सील कर दिया गया था। पाक रेंजर्स सहित 10 हजार जवानों को खासतौर पर शरीफ की गिरफ्तारी के बाद पैदा होने हालात के लिए तैनात किया गया था। करीब दो हजार पाक रेंजर्स की तैनाती लाहौर हवाई अड्डे पर की गई थी।
गिरफ्तारी की तैयार की गई रणनीति
अखबार डॉन के मुताबिक पाकिस्तानी हुकूमत ने शरीफ की गिरफ्तारी के लिए तीन योजनाएं बनाई थी। पहली योजना में विमान को इस्लामाबाद डायवर्ट करना था और फिर वहां से हेलीकॉप्टर से अदियाला जेल भेजने की बात कही गई थी। दूसरी योजना में लाहौर से गिरफ्तारी कर हेलीकॉप्टर से अदियाला जेल भेजने की थी। तीसरी स्थिति में लाहौर में ही गिरफ्तारी कर कोट लखपत जेल में ही रखने की थी।
पंजाब सूबे में इंटरनेट सर्विस बंद को किया गया
पाक मीडिया में इस मामले के प्रसारण पर राेक लगा रखी थी। इसलिए नवाज के आगमन और उनकी गिरफ्तारी या उनके समर्थकों के विरोध की कोई खबर पाकिस्तान की सरकारी मीडिया में नहीं प्रसारित की गई। एहतियात के तौर पर पंजाब सूबे में इंटरनेट सर्विस बंद कर दी गई है। नवाज शरीफ की मां बेगम शमीम अख्तर और उनके बेटे शहबाज शरीफ और सलमान को लाहौर एयरपोर्ट पर नवाज शरीफ से मिलने की इजाजत दी गई।
नवाज व उनकी बीमार पत्नी की फाइल फोटो
पीएमएल-एन के कार्यकर्ता गिरफ्तार
पाकिस्तान में किसी भी स्थिति को बिगड़ने से रोकने के लिए शरीफ की पार्टी पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) के 300 से ज्यादा कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया है। लाहौर के लिए निकलने से पहले शरीफ ने अपने समर्थकों को संबोधित करते हुए कहा, 'जो मेरे बस में है और जो मेरे बस में था, वह मैंने कर दिया है। मुझे मालूम है कि लाहौर पहुंचते ही मुझे जेलखाने भेज दिया जाएगा, लेकिन पाकिस्तानी कौम को मैं बताना चाहता हूं कि यह सब मैं आप के लिए कर रहा हूं। यह कुर्बानी मैं आपकी नस्ल के लिए दे रहा हूं। लिहाजा मेरा भरपूर साथ दें।'
शरीफ को दस और मरियम को हुई है सात साल की सजा
दोनों को गत छह जुलाई को लंदन में चार आलीशान फ्लैटों की मिल्कियत से जुड़े एवेनफील्ड संपत्ति मामले में दोषी ठहराया गया था। शरीफ और उनकी बेटी मरियमको एक एक अदालत ने क्रमश: दस और सात साल की कैद की सजा सुनाई है।
पाकिस्तान में 25 जुलाई को आम चुनाव
पाकिस्तान में असेंबली चुनाव जुलाई 25 से होने हैं। इस मामले का असर पाकिस्तान के चुनाव पर भी होगा। तहरीक-ए-इंसाफ के प्रमुख इमरान खान को इसका सबसे ज्यादा फायदा होगा। शरीफ के खिलाफ याचिका देने वालों में एक इमरान खान भी थे।