गिलगित-बाल्टिस्तान में पाक विरोधी नारों की जोरदार गूंज
पाकिस्तान द्वारा गिलगित-बाल्टिस्तान में लागू किए गए टैक्स सिस्टम को अवैध बताते हुए विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है।
स्कार्दू (पाकिस्तान) (एएनआई)। गिलगित-बाल्टिस्तान में शनिवार को आर्थिक गतिविधियां थम गयीं हैं क्योंकि यहां पाकिस्तान द्वारा लागू किए गए अवैध टैक्स के खिलाफ व्यापक तौर पर विरोध प्रदर्शन किया जा रहा है। विरोध कर रहे व्यापारियों ने पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट का हवाला दिया और कहा कि जब पाकिस्तानी कोर्ट ने हमारे इलाके को विवादित क्षेत्र बताया है तब यहां उनके द्वारा लागू किए गए टैक्स व्यवस्था को हम कैसे मान सकते हैं। गिल्गित बाल्टिस्तान में सभी बड़े-छोटे उद्योग शनिवार से अनिश्चितकालीन के लिए बंद कर दिए गए हैं।
#WATCH: Massive anti-Pakistan protests across Gilgit Baltistan against illegal taxation #Skardu pic.twitter.com/Zwei7MZaKO
— ANI (@ANI) November 18, 2017
थोपा जा रहा है टैक्स: गिलगित बाल्टिस्तान
यहां के बिजनेस समुदाय का मानना है कि पाकिस्तान अवैध और गलत तरीके से टैक्स लागू कर इलाके के गरीब व्यापारियों पर बोझ डाल रहा है। स्कार्दू में जमा हुए समूह को संबोधित करते हुए एक क्रोधित प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘क्या आप अपने घरों में चिकन रखने पर पाकिस्तान को टैक्स अदा करेंगे? क्या आप दूध के लिए अपने घर में रखे गए गाय को लेकर टैक्स अदा करेंगे?' उन्होंने आगे कहा, 'अतिरिक्त परिवार सदस्यों के कारण टैक्स थोपा जा रहा है, अगर आपके परिवार में पांच से अधिक लोग हैं तो अतिरिक्त टैक्स अदा करने की जरूरत होगी। हम टैक्स का भुगतान नहीं करेंगे।‘
...जारी रहेगा विरोध
प्रदर्शनकारी ने कहा, ‘मैं कराची, क्वेटा, लाहौर व पाकिस्तान के अन्य हिस्सों में रहने वाले गिल्गित बाल्टिस्तान के लोगों से तैयार रहने का आग्रह करता हूं, हम इस्लामाबाद से टक्कर लेने जा रहे हैं।‘ इनका कहना है कि मौलिक अधिकारों वे क्षेत्र को सब्सिडी या संवैधानिक दर्जा दिए बगैर यहां के व्यापारियों पर बार-बार टैक्स थोपा जा रहा है। साथ ही इनका आरोप है कि प्रशासन के द्वारा वसूले गए टैक्स को कभी भी इलाके के विकास और कल्याण पर खर्च नहीं किया गया। एक अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा, जब तक पाकिस्तान टैक्स व्यवस्था को वापस नहीं लेगा तब तक हमारा विरोध जारी रहेगा। हम इसी प्रोत्साहन ओर ताकत के साथ प्रदर्शन करते रहेंगे। इस्लाम का एक सिद्धांत है, अधिकार नहीं, टैक्स नहीं। हमारे पास अधिकार नहीं है तो हम टैक्स का भुगतान क्यों करेंगे।
अवैध है यह टैक्स व्यवस्था
बिजनेस कम्युनिटी ने आरोप लगाया था कि जब पाकिस्तान के सुप्रीम कोर्ट ने इस क्षेत्र को विवादित इलाका घोषित कर दिया है तो इस्लामाबाद को टैक्स लागू करने का कोई अधिकार नहीं साथ ही यह अस्वीकार्य और अवैध कहा जाएगा। समूचे गिलगित बाल्टिस्तान में असहयोग आंदोलन चल रहा है। इस्लामाबाद द्वारा टैक्स के लागू किए जाने के खिलाफ क्रोधित सैंकड़ों लोग सड़क पर हैं। स्थानीय व्यापारी अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठ गए हैं और पाकिस्तान को किसी तरह के कर का भुगतान नहीं करने का नारा लगा रहे हैं। उनका कहना है कि पाकिस्तानी राजनीतिज्ञों के शाही लाइफस्टाइल व आरामतलबी के लिए वे टैक्स नहीं देंगे।
Skardu: Businessmen in Gilgit Baltistan against illegal taxation say, we will carry on with the protests with same force and zeal until Pakistan withdraws notification of taxes. pic.twitter.com/eX1zCLJjAz— ANI (@ANI) November 18, 2017
व्यापक तौर पर इस विद्रोह से इस्लामाबाद चकित है। पाकिस्तानी मीडिया व्यापक तौर पर विशालकाय विद्रोह का विरोध कर रही है और दावा किया है कि 23 नवंबर के बाद विद्रोह बंद हो जाएगा।
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