स्मॉग की चपेट में आया लाहौर, खतरनाक स्तर पर पहुंची हवा की क्वालिटी
पाकिस्तानी पंजाब की राजधानी लाहौर की हवा की गुणवत्ता पहुंची खतरनाक स्तर पर। कोरोना महामारी में तेजी और संक्रमण के नए मामले सामने आने के बीच नाजुक स्वास्थ्य प्रणाली पर इस स्थिति ने एक नया बोझ डाल दिया है।
लाहौर, एपी। पाकिस्तानी पंजाब की राजधानी बुधवार को घने स्माग की चपेट में आ गई। इस विषम स्थिति को देखते हुए अधिकारियों को शहर के निवासियों के लिए चेतावनी जारी करनी पड़ी। लोगों को सांस संबंधी बीमारी और आंख से जुड़ी परेशानियां हो सकती हैं। डॉक्टरों ने लोगों से घर में ही रहने की अपील की है। लाहौर में हवा की गुणवत्ता गिरकर खतरनाक स्तर तक पहुंच गई है। कोरोना महामारी में तेजी और संक्रमण के नए मामले सामने आने के बीच नाजुक स्वास्थ्य प्रणाली पर इस स्थिति ने एक नया बोझ डाल दिया है।
शहर के खराब इलाके में वायु गुणवत्ता सूचकांक बढ़कर 750 पहुंच गया। यह मान्य स्तर से करीब 12 गुना ज्यादा पाया गया। बुधवार सुबह स्विटजरलैंड स्थित वायु गुणवत्ता सूचना प्लेटफार्म आइक्यूएयर ने लाहौर को भारत की राजधानी नई दिल्ली के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया। दोपहर तक स्थिति में सुधार आया। अधिकारियों ने धुआं उगलने वाले वाहनों की सड़कों पर आवाजाही बंद करा दी और पूरे पंजाब प्रांत में ईट भट्ठे की चिमनियों को बंद करा दिया।
पराली जलाने से बढ़ता है प्रदूषण
पाकिस्तान में सर्दियों में प्रदूषण सूचकांक नाटकीय रूप से शिखर पर पहुंच जाता है। इस समय किसान अपने खेतों में पराली जलाते हैं। पूरे क्षेत्र में स्माग फैलकर हवा प्रदूषण की स्थिति और बिगाड़ देता है। एक जमाने में था बागों का शहरएक जमाने में बागों का शहर कहा जाने वाला लाहौर मार्च के बाद प्रदूषण मुक्त रहा। मार्च में सरकार ने कोरोना पर काबू पाने के लिए लॉकडाउन लागू किया था। लेकिन औद्योगिक गतिविधियों और कारोबार बहाल करने के लिए मई में प्रतिबंध खत्म कर दिए गए। कारों के सड़कों पर लौटने के बाद हवा की गुणवत्ता धीरे-धीरे गिरती चली गई।
बुधवार सुबह स्विटजरलैंड स्थित वायु गुणवत्ता सूचना प्लेटफार्म आइक्यूएयर ने लाहौर को भारत की राजधानी नई दिल्ली के बाद दूसरा सबसे प्रदूषित शहर घोषित किया।