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पाकिस्‍तान में आज भी विपक्ष ने की तीखी मोर्चेबंदी, इमरान सरकार के खिलाफ दिखाएंगे ताकत

पीपीपी के चेयरपर्सन बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा कि वह शो की सफलता और इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार के पतन को लेकर आश्वस्त हैं। पीएम इमरान खान के इस्तीफे की मांग की जा रही हैं। पाकिस्तानी मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज का हुआ स्वागत।

By Nitin AroraEdited By: Published: Sun, 18 Oct 2020 05:42 PM (IST)Updated: Sun, 18 Oct 2020 05:42 PM (IST)
पाकिस्‍तान में आज भी विपक्ष ने की तीखी मोर्चेबंदी, इमरान सरकार के खिलाफ दिखाएंगे ताकत
पाकिस्‍तान में आज भी विपक्ष ने की तीखी मोर्चेबंदी।

कराची, एएनआइ। सफल गुजरांवाला रैली के बाद जहां पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं और हजारों लोगों ने प्रधानमंत्री इमरान खान सरकार के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया, वहीं 11 सदस्यीय विपक्षी गठबंधन पाकिस्तान डेमोक्रेटिक मूवमेंट रविवार को कराची में अपना दूसरा शक्ति प्रदर्शन आयोजित करेगा, जिसकी मेजबानी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) ने करनी है। डॉन ने बताया पाकिस्तानी मुस्लिम लीग- नवाज (पीएमएल-एन) के उपाध्यक्ष मरयम नवाज रविवार दोपहर कराची पहुंचे और बड़ी संख्या में पार्टी कार्यकर्ताओं द्वारा हवाई अड्डे पर उनका स्वागत किया गया।

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सैकड़ों लोगों ने उनकी एसयूवी को घेर लिया और नारे लगाते हुए और पाकिस्तान के झंडे लहराते हुए उनकी कार पर गुलाब रखते चले गए। बता दें कि यह महानगर में उनकी पहली सार्वजनिक उपस्थिति है। हवाई अड्डे से, वह फ़ातेहा के बाद क्वाड के मकबरे में गई। मरयम के साथ पूर्व सिंध के गवर्नर और पीएमएल-एन नेता मोहम्मद जुबैर भी रहें। उनकी पार्टी ने उनके स्वागत के लिए 17 स्थानों पर शिविर लगाने का दावा किया है।

पीपीपी के चेयरपर्सन बिलावल भुट्टो-जरदारी ने कहा कि वह शो की सफलता और इमरान खान की अगुवाई वाली सरकार के पतन को लेकर आश्वस्त हैं। बिलावल ने पावर शो से एक दिन पहले डॉन को बताया, पीपीपी एक बड़े पैमाने पर पावर शो का मंचन करने जा रहा है, जो इमरान खान को बताएगा कि लोग उनके बारे में क्या सोचते हैं। उन्होंने कहा कि मुझे पीडीएम अभियान की सफलता पर जरा भी संदेह नहीं है। 

पीपीपी के अध्यक्ष ने कहा, मैं अक्सर यह कहता रहा हूं कि यह हमारे लोगों के लिए नहीं बल्कि पीएम के लिए घबराने वाली बात है। विपक्ष में पीएमएल-एन, पीपीपी और जेयूआई-एफ (जमीयत उलेमा-ए-इस्लाम-फजल) सहित 11 पक्ष शामिल हैं। इसमें भ्रष्टाचार, आर्थिक मंदी और खराब शासन को लेकर पीएम इमरान खान के इस्तीफे की मांग की गई है।

बता दें कि इससे पहले बिलावल भुट्टो-जरदारी ने शनिवार को कहा था कि उनकी पार्टी राजनीतिक रैलियों में सेना के जनरलों का नाम लेने से बचना चाहती थी, क्योंकि इस तरह के कदम देश की राष्ट्रीयता और अखंडता को प्रभावित कर सकते हैं। बिलावल ने डॉन के हवाले से कहा कि राजनीतिक रैलियों में जनरलों के नामों का उल्‍लेख करने से वह बेहद दुखी है। उन्‍होंने कहा कि चाहे यह नाम सत्‍ता पक्ष की ओर से लिया गया हो या विपक्ष की ओर से उल्‍लेख किया गया हो। यह हमारी संस्थाओं की अखंडता को कमजोर करता है। उन्‍होंने विपक्ष का बचाव करते हुए कहा कि इसके लिए प्रधानमंत्री इमरान खान जिम्‍मेदार हैं। बिलावल ने इसके लिए इमरान को दोषी ठहराया है। पीपीपी मुखिया ने कहा था कि प्रधानमंत्री इमरान पाकिस्‍तानी सेना का गलत इस्‍तेमाल कर रहे हैं।


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