परमाणु बम की धमकी देने वाले इमरान को अब आई प्रदूषण की याद, लाहौर दुनिया की तीसरा प्रदूषित शहर
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान अब वहां के नौजवानों से शहर को साफ सुथरा बनाने की अपील कर रहे हैं।
नई दिल्ली [स्पेशल डेस्क]। पाकिस्तान के वजीरे-ए-आजम इमरान खान वैसे तो परमाणु बम के हमले की धमकी देते रहते हैं मगर अब उनको दुनिया भर के प्रदूषण की याद आई है। दिल्ली से लाहौर की तुलना करते हुए उन्होंने कहा कि राजधानी दिल्ली में बहुत अधिक प्रदूषण है वहां के हालात बहुत बुरे हैं मगर अफसोस से कहना पड़ रहा है कि लाहौर भी दुनिया का तीसरा प्रदूषण वाला शहर बना हुआ है। ये बढ़ता हुआ प्रदूषण बुजुर्ग और बच्चों की जान ले रहा है। गोली लगने से तो कोई एक बार में ही मर जाता है मगर प्रदूषण साइलेंट किलर है उससे धीरे-धीरे करके आदमी की जिंदगी कम होती है। इमरान खान इस्लामाबाद में आयोजित क्लीन एंड ग्रीन पाकिस्तान कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे।
उन्होंने कहा कि अल्लाह कहते हैं कि अगली दुनिया के लिए जियो, यदि आप अगली दुनिया के लिए कुछ करके जाओगे तो वो लोग जब तक जिंदा रहेंगे तब तक आपको याद करेंगे। यदि हम अपने लिए जिएंगे तो आने वाले कल में हमारा नामलेवा नहीं होगा। उन्होंने कहा कि हम दुनिया में इस तरह से रहें और इस तरह से काम करें कि वो 1000 साल के बाद भी याद किए जाएं। दुनिया के मुल्कों का उदाहरण देते हुए उन्होंने कहा कि कई बड़े-बड़े देश थे जिनके यहां लंबी चौड़ी इमारतें थे मगर हवा का एक झोंका आता है और सबकुछ खत्म हो जाता है। जहां ऊंची इमारतें थीं वहां आज उनका नमोंनिशान तक नहीं है। यदि आप आने वाली नस्लों के बारे में नहीं सोंचेंगे तो आगे बर्बादी तय है।
अपने समय की बात को याद करते हुए उन्होंने कहा कि एक समय था कि वो खुद लाहौर का पानी नलके से पिया करते थे, उस समय की हवा बहुत साफ थी। 35 साल पहले लाहौर साफ शहर था मगर आज सांस लेना मुश्किल हो रहा है। लाहौर के जो हालात है, बुढ़ें और बच्चे हैं उनकी जिंगगी को खतरा है। पलूशन लेवल हाइ हो गया है। बड़ों को लग्ंस की समस्या हो रही है। पलूशन साइलेंट किलर है। गोली मारी तो दिखती है मगर पलूशन का पता नहीं चलता है सालों के बाद पता चलता है।
उन्होंने कहा कि जब लाहौर का विकास किया जा रहा था उस समय कोई प्लानिंग नहीं की गई। ग्रीनरी की ओर कोई ध्यान नहीं दिया गया, खाली कंक्रीट के जंगल बनाए गए जिसका नतीजा आज सबके सामने है। जो प्रेजेंटेशन दिया गया उसमें 10 साल में खाली पेड़ काटे गए मगर कोई लगाए नहीं गए। उनका कहना है कि पेड़ कार्बनडाइ आक्साइड लेकर आक्सीजन देते हैं। अब समय आ गया है कि पाकिस्तान में सब मिलकर पेड़ लगाए।
आज फैसला टीम ग्रीन को लेना है। इस टीम को सभी को समझना होगा। शहर के डिप्टी कमिश्नर भी इसका हिस्सा बनेंगे। उन्होंने कहा कि ये पाकिस्तान में रहने वालों को तय करना है कि उनको किस तरह का पाकिस्तान चाहिए। जिन लोगों ने दुनिया नहीं देखी तो उनको अंदाजा नहीं है कि उनको किस तरह का पाकिस्तान मिला है। जो लोग दुनिया के कुछ मुल्कों में घूमकर आएं हैं उनको पता है दोनों जगहों के हालात में क्या अंतर है। उनको ये भी पता नहीं है कि पाकिस्तान में किस तरह की वैरायटी है। यहां हर किस्म के मौसम है, जमीन है, सोने, चांदी, तांबे के जखीरे हैं। उन्होंने कहा कि यदि सभी मिलकर साथ देंगे तो यही पाकिस्तान दुनिया का टूरिज्म का टेस्टीनेशन बनेगा। सिंध को भी तरक्की करनी है तो उनको भी इसी दिशा में आगे बढ़ना होगा। गांव के लोग इसमें हिस्सा लेंगे, शहरों का मुकाबला होगा।
उन्होंने कहा कि उन्होंने नए पाकिस्तान के लिए जो विचार दिए थे उसमें सभी को मिलकर काम करना होगा। पहले शहर को साफ करने के लिए प्लान जमीन में लाना होगा उसके बाद उसे जमीन पर लाया जा सकेगा। जब हम फैसला कर लेंगे तो बदलाव होगा। जैसे हम शुरू करेंगे वैसे ही अल्लाह की बरकत आनी शुरू होगी। जो काम आप दूसरों के लिए करते हैं उसमें आपको बरकत होगी। सरकार का पूरा ध्यान ग्रीनरी की तरफ है। लोग टैक्स दे रहे हैं, पैसा आ रहा है तो काम होगा। जैसे-जैसे पैसा आएगा वो अपने लोगों के लिए लगाना है।