अमेरिका के प्रति इमरान के सुर में आई नरमी, जलसे में जानें- नवाज, शहबाज और सेना को लेकर क्या कहा
इमरान खान ने लाहौर के हाकी स्टेडियम में नवाज पर चुटकी लेते हुए कहा कि वो उनकी वापसी पर उनका स्वागत करेंगे। उन्होंने ये भी कहा कि वो अमेरिका से दोस्ताना संबंध बनाकर रखना चाहते हैं उनका गुलाम नहीं बनना चाहते।
इस्लामाबाद (एजेंसी)। इमरान खान ने लाहौर के हाकी स्टेडियम में एक बड़े जलसे को खिताब करते हुए कहा है वो अमेरिका के गुलाम नहीं बनना चाहते हैं, बल्कि उससे दोस्ताना संबंध रखने के हक में हैं। उन्होंने ये भी कहा कि वो अमेरिकी विरोधी नहीं हैं। उनका ये बयान पुराने बयानों से काफी अलग देखा जा रहा है। पीएम पद से हटाए जाने के बाद उनके बयानों में अमेरिका को लेकर जो गुस्सा और कड़वाहट दिखाई दे रही थी, ताजा बयानों में उसके सुर कुछ नरम पड़े हुए थे। शनिवार की रात को हुए इस जलसे में आधी रात को इमरान खान ने राष्ट्रीय ध्वज फहराया और आतिशबाजी भी हुई। इस दौरान स्टेडियम खचाखच भरा हुआ था। स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर किए गए इस जलसे को लेकर सरकार ने कड़ी सुरक्षा व्यवस्था की थी।
पीटीआई ने इस जलसे के लिए प्रशासन को रोड़मैप दिया था। बता दें कि देश के गृहमंत्री राणा सनाउल्लाह ने इस जलसे और रैली के लिए पीटीआई को बेहद सख्त चेतावनी दी थी। उन्होंने कहा था कि इस दौरान यदि किसी भी तरह की कोई हिंसा हुई तो इसके जिम्मेदार खुद इमरान खान होंगे। राणा ने सीधेतौर पर इमरान को ये चेतावनी भी दी थी कि यदि ऐसा कुछ हुआ तो उनके साथ ठीक नहीं होगा। इमरान खान ने इस जलसे और रैली को हकीकी आजादी क नाम दिया था। जलसे में इमरान खान ने एक बार फिर से देश में जल्द आम चुनाव कराए जाने की मांग की।
जलसे को संबोधित करते हुए उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का जिक्र किया। उन्होंने कहा कि ट्रंप के उनके साथ काफी अच्छे संबंध थे। जब वो अमेरिका गए थे और राष्ट्रपति ट्रंप से मुलाकात की थी तो ये मुलाकात काफी अच्छे माहौल में हुई थी। उन्होंने ये भी कहा कि अमेरिका को दुश्मन बनाने का उनका कोई इरादा नहीं है। अमेरिका में पाकिस्तानी भी एक अहम भूमिका निभाते हैं। इस दौरान पूर्व पीएम ने शहबाज शरीफ और रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ की भी जमकर आलोचना की। उन्होंने कहा कि ये सभी मिलकर उनके ऊपर पाकिस्तान को बदहाली में पहुंचाने का झूठा आरोप लगा रहे हैं।
इमरान खान ने कहा कि उन्हें चुनाव से लड़ने के लिए आजीवन प्रतिबंध लगाने की एक सोची समझी साजिश रची जा रही है। ऐसा इसलिए किया जा रहा है जिससे वो उनके साथ नवाज शरीफ को लेकर सौदेबाजी कर सकें। नवाज पाकिस्तान वापस आने की कोशिश कर रहे हैं। उनके ऊपर आजीवन प्रतिबंध लगा हुआ है और वो वतन वापसी के बाद सक्रिय राजनीति में आना चाहते हैं। इमरान ने साफ किया कि वो नवाज को लेकर किसी भी तरह की कोई डील नहीं करेंगे। इमरान ने नवाज के नाम पर चुटकी लेते हुए कहा कि उनकी वतन वापसी पर वो उनका स्वागत करेंगे। पीटीआई चीफ ने कहा कि सरकार उनको सेना के खिलाफ खड़ा कर देना चाहती है।