इमरान खान 14 अगस्त से पहले पाकिस्तान पीएम पद की शपथ लेंगे
पाकिस्तान में राजनीतिक सरगर्मी जोरों पर है। सियासी बिसात पर सभी पार्टियां अपने हिसाब से गोटी चल रही हैं।
इस्लामाबाद, प्रेट्र। नेशनल असेंबली के चुनाव में सबसे बड़े दल के रूप में उभरे पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) ने कहा है कि उसके नेता इमरान खान 14 अगस्त से पहले प्रधानमंत्री पद की शपथ ले लेंगे। उस दिन पाकिस्तान अपना स्वाधीनता दिवस मनाता है।
छोटी पार्टियों और निर्दलीय सांसदों का समर्थन जुटाने की कवायद
पीटीआइ के नेता नईनुल हक ने कहा कि हमने अपना होमवर्क कर लिया है। 14 अगस्त से पहले नई सरकार का गठन हो जाएगा। इसके लिए पार्टी छोटी पार्टियों और निर्दलीय सांसदों को अपने पक्ष में करने का प्रयास कर रही है। उल्लेखनीय है कि सबसे बड़ी पार्टी के रूप में उभरने के बावजूद पीटीआइ स्पष्ट बहुमत से पीछे रह गई।
इस बीच, पाकिस्तान में राजनीतिक सरगर्मी जोरों पर है। सियासी बिसात पर सभी पार्टियां अपने हिसाब से गोटी चल रही हैं। इसके लिए एक तरफ खुले में बैठकें चल रही हैं, तो दूसरी तरफ गोपनीय वार्ताओं का दौर भी जारी है।
सरकार को एकजुट होकर चुनौती पेश करेंगी पीपीपी और पीएमएल-एन
'डॉन' की रिपोर्ट के मुताबिक, संसद की दो बड़ी पार्टियां- पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) और पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (पीएमएल-एन) की अगले कुछ दिनों में बैठक होने की संभावना है। इसमें पीटीआइ सरकार को संसद में घेरने के लिए संयुक्त रणनीति अपनाने पर विचार-विमर्श किया जाएगा। पाकिस्तानी समाचार चैनल नई सरकार के संभावित मंत्रियों और अन्य अहम पदों के लिए कयास लगाने में जुटे हुए हैं।
पीटीआइ के जो नेता एक से अधिक चुनाव क्षेत्रों से जीते हैं उनको अतिरिक्त सीटों से त्यागपत्र देना होगा। खुद इमरान खान पांच सीटों से चुनाव जीते हैं। इसलिए उनको चार सीटों से त्यागपत्र देना होगा। तक्षशिला के गुलाम सरवर खान दो सीटों से जीते हैं। उनको भी एक सीट छोड़नी पड़ेगी। खैबर पख्तूनख्वा के पूर्व मुख्यमंत्री परवेज खट्टक नेशनल असेंबली और प्रांतीय विधानसभा दोनों के लिए चुने गए हैं। यदि पार्टी उनको फिर से मुख्यमंत्री बनाती है, तो उन्हें नेशनल असेंबली से त्यागपत्र देना होगा। इन स्थितियों का जायजा लेने के बाद ही पार्टी ने छोटी पार्टियों और निर्दलीय सांसदों का समर्थन लेने का फैसला किया है।
सूत्रों के अनुसार, कुछ पार्टियों ने इमरान को समर्थन देने का एलान भी कर दिया है, लेकिन, इसके बावजूद उनके समर्थन में फिलहाल 122 सांसद ही हैं। यह सरकार गठन के लिए जरूरी सांसदों से 15 कम है।
संसद का गणित
342 सीटें हैं नेशनल असेंबली में
272 सीटों पर होता है चुनाव
115 सीटें पीटीआइ को
64 सीटें पीएमएल-एन को
43 सीटें पीपीपी को
137 सीटें सामान्य बहुमत के लिए जरूरी।