पाकिस्तान: समर्थन के लिए छोटे दल और निर्दलीयों के सहारे इमरान खान
इमरान मोहम्मद खान नियाजी 14 अगस्त से पहले प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
इस्लामाबाद, प्रेट्र/रायटर। पाकिस्तान की नेशनल असेंबली और चारों प्रांतीय असेंबलियों के लिए बुधवार को हुए चुनावों के अंतिम नतीजे चुनाव आयोग ने शनिवार को घोषित कर दिए। इमरान खान की पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) को नेशनल असेंबली में 116 सीटें हासिल हुई हैं। चूंकि 270 सीटों पर चुनाव कराए गए थे, लिहाजा उन्हें बहुमत के लिए 20 और सीटों की दरकार है। उन्होंने नवाज शरीफ की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को भ्रष्ट करार देते हुए उनका समर्थन लेने की संभावना से इन्कार किया है।
माना जा रहा है कि वह निर्दलियों और एक छोटे दल की मदद से गठबंधन सरकार बना सकते हैं।पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से शनिवार को नतीजों की घोषणा के बाद इमरान खान ने सरकार गठन के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलियों से बातचीत का सिलसिला तेज कर दिया। पीटीआइ पदाधिकारियों ने बताया कि वे निर्दलियों और कम से कम एक अन्य राजनीतिक पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं।
पीटीआइ के वरिष्ठ प्रवक्ता फैसल जावेद खान ने बताया कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के साथ भी बातचीत जारी है। एमक्यूएम को इस चुनाव में छह सीटें मिली हैं। जबकि निर्दलियों के खाते में 13 सीटें आई हैं। फैसल ने बताया कि इमरान खान पाकिस्तान के स्वाधीनता दिवस 14 अगस्त से पहले प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं।
दो नवगठित पार्टियों द ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) ने भी इमरान खान को समर्थन के संकेत दिए हैं। दोनों को क्रमश: दो और चार सीटें मिली हैं। बता दें कि पाकिस्तानी कानून के मुताबिक राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली का पहला सत्र चुनाव के 21 दिनों के भीतर बुलाना चाहिए ताकि नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा सके और नए स्पीकर का चुनाव हो सके।
पीटीआइ को मिले 1.68 करोड़ व पीएमएल-एन को 1.28 करोड़ वोट
चुनाव आयोग द्वारा घोषित नतीजों के मुताबिक इमरान खान की पार्टी पीटीआइ को 1,68,57,035 मत हासिल हुए हैं। जबकि 64 सीटें हासिल करने वाली पीएमएल-एन को 1,28,94,225 और 43 सीटें पाने वाली पीपीपी को 68,94,296 मत हासिल हुए। मतों की संख्या के मामले में निर्दलीय चौथे स्थान पर रहे, उन्हें 60,11,297 वोट मिले। लेकिन सीटों के लिहाज से चौथे स्थान पर मुत्ताहिदा मजलिस ए अमल (एमएमएपी) रही जिसे 13 सीटें मिलीं। उसे 25,30,452 वोट हासिल हुए।
शरीफ और भुट्टो की पार्टियों से नहीं लेंगे समर्थन
चूंकि 270 सीटों पर चुनाव कराए गए थे, लिहाजा उन्हें बहुमत के लिए 20 और सीटों की दरकार है। उन्होंने नवाज शरीफ की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी-नवाज (पीएमएल-एन) और बिलावल भुट्टो की पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी (पीपीपी) को भ्रष्ट करार देते हुए उनका समर्थन लेने की संभावना से इन्कार किया है। माना जा रहा है कि वह निर्दलियों और एक छोटे दल की मदद से गठबंधन सरकार बना सकते हैं। पाकिस्तान चुनाव आयोग की ओर से शनिवार को नतीजों की घोषणा के बाद इमरान खान ने सरकार गठन के लिए विभिन्न राजनीतिक दलों और निर्दलियों से बातचीत का सिलसिला तेज कर दिया।
छोटे दलों और निर्दलीय उम्मीदवारों का समर्थन
पीटीआइ पदाधिकारियों ने बताया कि वे निर्दलियों और कम से कम एक अन्य राजनीतिक पार्टी के साथ मिलकर गठबंधन सरकार बनाने के लिए बातचीत कर रहे हैं। पीटीआइ के वरिष्ठ प्रवक्ता फैसल जावेद खान ने बताया कि मुत्ताहिदा कौमी मूवमेंट (एमक्यूएम) के साथ भी बातचीत जारी है। एमक्यूएम को इस चुनाव में छह सीटें मिली हैं। जबकि निर्दलियों के खाते में 13 सीटें आई हैं। फैसल ने बताया कि इमरान खान पाकिस्तान के स्वाधीनता दिवस 14 अगस्त को प्रधानमंत्री पद की शपथ ले सकते हैं। दो नवगठित पार्टियों द ग्रांड डेमोक्रेटिक अलायंस (जीडीए) और बलूचिस्तान आवामी पार्टी (बीएपी) ने भी इमरान खान को समर्थन के संकेत दिए हैं। दोनों को क्रमश: दो और चार सीटें मिली हैं। बता दें कि पाकिस्तानी कानून के मुताबिक राष्ट्रपति को नेशनल असेंबली का पहला सत्र चुनाव के 21 दिनों के भीतर बुलाना चाहिए ताकि नए सदस्यों को शपथ दिलाई जा सके और नए स्पीकर का चुनाव हो सके।