लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह पर उर्स में भाग लेने आए 15 श्रद्धालुओं की लू लगने से मौत
पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह पर सालाना उर्स में भाग लेने आए कम से कम 15 श्रद्धालुओं की लू लगने से मौत हो गई है।
कराची, एजेंसी। पाकिस्तान के सिंध प्रांत के सहवान कस्बे में स्थित लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह पर सालाना उर्स में भाग लेने आए कम से कम 15 श्रद्धालुओं की लू लगने से मौत हो गई है। सहवान क्षेत्र के ईधी केंद्र के प्रभारी सरवर शेख ने शुक्रवार को बताया कि पिछले चार दिनों से शहर के विभिन्न इलाके लू की चपेट में हैं जिसके कारण श्रद्धालुओं की मौतों का आंकड़ा 15 तक पहुंच गया है।
बता दें कि देश-विदेश से हजारों श्रद्धालु हर साल सालाना उर्स में भाग लेने के लिए लाल शाहबाज कलंदर की दरगाह में जमा होते हैं। अक्सर प्रांतीय अधिकारियों की श्रद्धालुओं के लिए पर्याप्त सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाएं नहीं करने को लेकर आलोचना होती है। फरवरी 2017 में, दरगाह में हुए एक आत्मघाती हमले में कम से कम 90 लोगों की मौत हो गई थी जबकि लगभग 300 घायल हो गए थे। इस धमाके को एक आत्मघाती हमलावर ने उस वक्त अंजाम दिया था जब लोग शाम की नमाज के लिए दरगाह में जमा हुए थे। इस हमले की जिम्मेदारी इस्लामिक स्टेट ने ली थी।
हमले के बाद भी इस पवित्र जगह पर लोगों की आस्था बरकरार है। हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दरगाह में इबादत करने आते हैं। कहा जाता है कि महान सूफी कवि अमीर खुसरो द्वारा शाहबाज कलंदर के सम्मान में लिखा गया गीत 'दमादम मस्त कलंदर' सदियों से लोगों के जेहन में रचा बसा है। दुनिया भर में गायक और संगीतकार इस गीत को अपने अपने अंदाज में पेश करते आ रहे हैं।