सुरक्षा हटाने से डरा पाक आतंकी हाफिज सईद, जान को खतरा बता पहुंचा अदालत
हाफिज सईद ने प्रांतीय सरकार के सुरक्षा हटाने के फैसले को अदालत में चुनौती दी है।
लाहौर (एजेंसी)। मुंबई हमले का मास्टमाइंड हाफिज सईद सुरक्षा हटाने के बाद से तिलमिला गया है। उसने प्रांतीय सरकार के सुरक्षा हटाने के फैसले को अदालत में चुनौती दी है। पाकिस्तान के पंजाब प्रांत की सरकार ने पिछले महीने जमात-उद-दावा के प्रमुख हाफिज की सुरक्षा में लगे सैनिकों को हटा दिया था। उच्चतम न्यायालय ने इस्लामाबाद के महानिरीक्षक को निर्देश दिया था कि उन सभी के सुरक्षा कवर समाप्त कर दिए जाएं, जो इसके पात्र नहीं हैं। हालांकि चीफ जस्टिस ने बाद में आदेश दिया कि जिन लोगों की जान को सचमुच खतरा है, उन्हें सुरक्षा मुहैया कराई जाए। अदालत के इस आदेश के बाद हाफिज सईद की सुरक्षा हटा ली गई थी।
वकील ए. के. डोगर की ओर से शुक्रवार को लाहौर उच्च न्यायालय में दायर याचिका में सईद ने कहा कि उच्चतम न्यायालय के फैसले की आड़ में पंजाब सरकार ने उसकी सुरक्षा हटा ली है। हाफिज सईद ने सरकार पर अपने खिलाफ भेदभाव का आरोप लगाते हुए कहा कि उच्चतम न्यायालय ने निर्देश दिया है कि जिनके जीवन को खतरा है, उनकी सुरक्षा नहीं हटाई जानी चाहिए। लेकिन सरकार ने मेरे मामले में जीवन को खतरा होने के बावजूद सुरक्षा हटा ली।
पाक जल्द करेगा जमात-उद-दावा को स्थायी बैन
गौरतलब है कि पाकिस्तान मुंबई आतंकी हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद के जमात-उद-दावा और अन्य आतंकी संगठनों पर स्थायी प्रतिबंध लगाने के लिए मसौदा विधेयक लाने की तैयारी कर रहा है। इस काम में उसे पाक सेना का भी समर्थन है। विधेयक राष्ट्रपति के अध्यादेश का स्थान लेगा। अध्यादेश के तहत गृह मंत्रालय की निगरानी सूची में शामिल आतंकियों और आतंकी संगठनों पर प्रतिबंध लगाया गया है।