अल्पसंख्यकों की सुरक्षा के मुद्दे पर अपने घर में ही घिरे इमरान खान, संसद में गूंजा घोटकी कांड
पाकिस्तान के विपक्षी नेताओं ने देश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों को लेकर चिंता जताई है। नेताओं ने कहा है कि घोटकी की घटना को लेकर हिंदू समुदाय में बहुत डर है।
इस्लामाबाद, एएनआइ। खुद को मानवाधिकार का बड़ा पैरोकार होने का दिखावा करने वाले पाकिस्तानी प्रधानमंत्री इमरान खान बुधवार को उनके देश के नेताओं ने ही आइना दिखा दिया। विपक्ष के नेताओं ने संसद में अल्पसंख्यकों के खिलाफ हो रहे अत्याचारों का मुद्दा उठाया। विपक्षी नेताओं ने साफ कहा कि पाकिस्तान में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमले चिंताजनक हैं। घोटकी की घटना को लेकर हिंदू समुदाय में बहुत चिंता है।
पाकिस्तानी अखबार द एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक, नेशनल एसेंबली के सत्र के दौरान पाकिस्तान मुस्लिम लीग नवाज के नेता ख्वाजा आसिफ ने कहा कि घोटकी की घटना को लेकर हिंदू समुदाय में भय और चिंता का माहौल है। उत्पीड़न के खिलाफ अल्पसंख्यकों को सुरक्षा प्रदान करना हमारा कर्तव्य है। अल्पसंख्यकों की सुरक्षा होनी चाहिए क्योंकि वे वफादार पाकिस्तानी लोग हैं।
बता दें कि पाकिस्तान के सिंध प्रांत के घोटकी जिले में हिंदू समुदाय के लोगों पर लगातार हमले हो रहे हैं। जिले के एक स्कूल के हिंदू प्रधानाचार्य पर एक नाबालिग छात्र की ओर से ईशनिंदा के आरोप लगाए गए जिसके बाद से हमले शुरू हो गए हैं। घोटकी, आदिलपुर, मीरपुर माथेलो जैसे शहरों में स्थिति तनावपूर्ण है। प्रशासन की ओर से अल्पसंख्यकों को घरों के भीतर ही रहने के लिए कहा गया है।
ईशनिंदा के आरोपों के बाद उग्र प्रदर्शनकारियों ने तीन मंदिरों, एक प्राइवेट स्कूल और हिंदुओं के कई घरों में तोड़फोड़ की थी। ऐसा नहीं की पाकिस्तानी प्रशासन हिंदुओं की सुरक्षा को लेकर फिक्रमंद है। पुलिस उल्टे उन हिंदुओं के खिलाफ एफआइआर दर्ज कर रही है जो खुद उत्पीड़न के शिकार हो रहे हैं। सिंध पब्लिक स्कूल के शिक्षक नोतल मल के खिलाफ भी पुलिस ने ईश निंदा के आरोप में एफआइआर दर्ज कर ली है।
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