पाकिस्तान के कराची में केमिकल फैक्ट्री से क्लोरीन गैस लीक, अस्पतालों में भर्ती कराए गए 100 लोग
पाकिस्तान के कराची में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में क्लोरीन गैस लीक होने से सफोकेशन (suffocation) के चलते 100 लोगों को अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।
कराची, एएनआइ। पाकिस्तान के कराची में स्थित एक केमिकल फैक्ट्री में गैस लीक होने से सफोकेशन (suffocation) के चलते 100 लोगों को विभिन्न अस्पतालों में भर्ती कराया गया है। हालांकि पाकिस्तानी अखबार डॉन ने प्रभावितों की संख्या 70 बताई है। रिपोर्टों के मुताबिक, यह घटना कराची के पोर्ट कासिम (Port Qasim area) इलाके में हुई जहां यह केमिकल स्थित है। एंग्रो पॉलीमर एंड केमिकल प्लांट प्लांट (Engro Polymer and Chemicals Plant) की ओर से जारी आधिकारिक बयान में कहा गया है कि यह घटना क्लोरीन गैस के रिसाव के कारण हुई है।
बयान में कहा गया है कि घटना के बाद तुरंत राहत कार्य तेज कर दिए गए और प्रभावितों को प्राथमिक चिकित्सा के लिए पास के अस्पतालों में ले जाया गया। प्राथमिक चिकित्सा के बाद कुछ मरीजों को घर जाने की इजाजत दे दी गई। फिलहाल अभी तक किसी के मरने की सूचना नहीं है। घटना के बाद प्लांट को बंद कर दिया गया। गैस लीक होने की वजहों की छानबीन की जा रही है। आधिकारिक बयान में यह भी साफ किया गया है कि यह घटना ब्वॉयलर में विस्फोट के कारण नहीं हुई। गैस के संपर्क में आए सभी कर्मचारियों की भी जांच की जा रही है।
जिन्ना पोस्ट ग्रेजुएट मेडिकल सेंटर (JPMC) की कार्यकारी निदेशक ने बताया कि अस्पताल में 70 लोगों को भर्ती कराया गया था जिनमें से एक महिला की हालत नाजुक है। करीब 55 मरीजों को प्राथमिक उपचार के बाद अस्पताल से छुट्टी दे दी गई। बता दें कि पिछले महीने में कराची में जहरीली गैस के संपर्क में आने से कई लोगों की जान चली गई थी जबकि 70 से अधिक लोग बेहोश हो गए थे। कराची बंदरगाह के केमरी इलाके में एक कार्गो शिप से केमिकल उतारने के दौरान यह गैस का रिसाव हुआ था।
इधर, कराची में गुरुवार को तीन मंजिला रिहायशी इमारत गिरने की घटना में मरने वालों की संख्या बढ़कर 18 हो गई है। हादसे में 36 लोग घायल भी हुए हैं। दबे हुए लोगों को बाहर निकालने का काम जारी है। सरकारी अधिकारियों की मानें तो यह तीन मंजिली इमारत गैरकानूनी तरीके से शहर के भीड़भाड़े वाले इलाके गुलबहार में 80 गज जमीन पर बनाई गई थी। प्रत्यक्षदर्शियों की मानें तो पहले इमारत की तीसरी मंजिल का एक हिस्सा ढह गया जिसके चलते पूरी इमारत भरभरा कर गिर गई। रिपोर्टों के मुताबिक, संकरा इलाका होने के चलते एंबुलेंस और अन्य वाहन घटनास्थल पर नहीं पहुंचा पा रहे हैं।