Move to Jagran APP

पाकिस्तान से भाग नहीं पाएंगे पूर्व राष्ट्रपति जरदारी और उनकी बहन

पाकिस्तान ने कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी, बहन फरयाल तालपुर को विदेश भागने से रोकने के लिए उनके नाम एक्जिट कंट्रोल सूची में डालेगा।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Fri, 28 Dec 2018 12:28 AM (IST)Updated: Fri, 28 Dec 2018 12:28 AM (IST)
पाकिस्तान से भाग नहीं पाएंगे पूर्व राष्ट्रपति जरदारी और उनकी बहन
पाकिस्तान से भाग नहीं पाएंगे पूर्व राष्ट्रपति जरदारी और उनकी बहन

 इस्लामाबाद, प्रेट्र। पाकिस्तान ने गुरुवार को कहा कि वह पूर्व राष्ट्रपति आसिफ अली जरदारी और उनकी बहन फरयाल तालपुर को विदेश भागने से रोकने के लिए उनके नाम एक्जिट कंट्रोल सूची (ईसीएल) में डालेगा। मनी लांड्रिंग व फर्जी बैंक खातों की जांच के लिए सुप्रीम कोर्ट की तरफ से नियुक्त संयुक्त जांच दल (जेआइटी) की पड़ताल में दोनों के नाम सामने आने के बाद सरकार ने यह निर्णय लिया।

loksabha election banner

सुप्रीम कोर्ट द्वारा पांच सितंबर को गठित जेआइटी की जांच 32 फर्जी खातों पर केंद्रित थी, जो कथित तौर पर जरदारी, तालपुर और कई अन्य को व्यापक वित्तीय फायदा पहुंचाने के लिए इस्तेमाल किए गए।

डॉन की खबर के मुताबिक, पाकिस्तान के सूचना मंत्री फवाद चौधरी ने कहा कि मंत्रिमंडल ने जरदारी और उनकी बहन समेत सभी 172 संदिग्धों को ईसीएल में रखने का निर्णय किया है। मामला मनी लांड्रिंग और फर्जी बैंक खातों से संबंधित है। सूची में शामिल लोगों के देश छोड़ने पर पाबंदी होती है।

मंत्री ने कहा, 'मैं आसिफ अली जरदारी को यह कहते कहते हुए देख रहा था कि वह जेआइटी को गंभीरता से नहीं लेते। उम्मीद है आज के निर्णय के बाद वह इसे गंभीरता से लेंगे। आने वाले दिनों में वह जेआइटी की गंभीरता को और अधिक जान पाएंगे।'

पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के को-चेयरपर्सन जरदारी और पकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज के प्रमुख नवाज शरीफ का हवाला देते हुए उन्होंन कहा, 'यह पुराना पाकिस्तान नहीं है, जिसमें दो बड़े लोग मिलकर सौदा कर लिया करते थे। अब एक-एक पैसे का हिसाब देना होगा।'

---------

इनसेट

---------

बेनजीर की 11वीं बरसी पर सरकार पर बरसे जरदारी

गढ़ी खुदा बख्श में पत्नी बेनजीर भुट्टो की बरसी पर आयोजित कार्यक्रम में जरदारी ने इमरान खान सरकार की कड़ी आलोचना की। उन्होंने कहा कि उनकी पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी की सरकार की तुलना में इमरान की सरकार अब तक कुछ नहीं कर पाई है। गौरतलब है कि 27 दिसंबर 2007 को रावलपिंडी में एक चुनावी सभा के दौरान आत्मघाती हमले में पाकिस्तान की दो बार प्रधानमंत्री रह चुकी बेनजीर भुट्टो मारी गई थीं। गुरुवार को उनकी 11वीं बरसी थी।

--------------


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.