ICJ में कश्मीर मसले को ले जाने पर पाकिस्तान में मतभेद
विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी कहा था कि कश्मीर मुद्दे को आइसीजे में ले जाया जाएगा और कानून मंत्रालय जल्द ही इसका मसौदा तैयार कर लेगा।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। कश्मीर मुद्दे को अंतरराष्ट्रीय अदालत में ले जाने को लेकर पाकिस्तान में मतभेद पैदा हो गया है। प्रधानमंत्री इमरान खान ने इस मुद्दे को आइसीजे में ले जाने का फैसला किया था। मंगलवार को विदेश मंत्री शाह महमूद कुरैशी ने भी कहा था कि कश्मीर मुद्दे को आइसीजे में ले जाया जाएगा और कानून मंत्रालय जल्द ही इसका मसौदा तैयार कर लेगा। लेकिन कानून मंत्रालय ने बुधवार को कहा कि अभी इस पर कोई फैसला ही नहीं किया गया है।
पाकिस्तानी अंग्रेजी दैनिक एक्सप्रेस ट्रिब्यून की रिपोर्ट के मुताबिक इस मुद्दे को लेकर मतभेद पैदा हो गए हैं। पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ (पीटीआइ) के एक वरिष्ठ नेता ने अखबार को बताया कि पार्टी के वरिष्ठ नेता लंदन के वकील बेन इमर्सन के संपर्क में हैं, जिन्होंने कश्मीर मुद्दे को आइसीजे में ले जाने की सलाह दी है।
लेकिन न्यायिक क्षेत्र को लेकर इस मुद्दे पर मतभेद उभर आए हैं। यहां तक कि अंतरराष्ट्रीय कानून के जानकार तैमूर मलिक का कहना है कि इस मसले को आइसीजे ले तो जाया जा सकता है, लेकिन उसकी राय संबंधित पक्षों के लिए बाध्यकारी नहीं होगी। वह यह भी कहते हैं कि अंतरराष्ट्रीय कानून के विभिन्न प्रावधानों के चलते भारत को इस मुद्दे पर घेर पाना कठिन है।
यूएनएचआरसी में भी उठाने की तैयारी में पाक
समाचार एजेंसी पीटीआइ के मुताबिक पाकिस्तान के विदेश विभाग प्रवक्ता मोहम्मद फैसल ने बुधवार को कहा कि कश्मीर मुद्दे को संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार परिषद में उठाने की योजना बनाई जा रही है। कश्मीर और गिलगित-बाल्तिस्तान मामलों पर संसद की समिति के समक्ष फैसल ने कहा कि इस मुद्दे को लेकर विभिन्न विकल्पों पर विचार-विमर्श किया जा रहा है।