पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी वायरस से संक्रमित 604 बच्चे पाए गए
एचआइवी से संक्रमित मरीजों के इलाज के लिए जरूरी दवाओं की आपूर्ति करना अब भी पाकिस्तान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है।
कराची, प्रेट्र। पाकिस्तान के सिंध प्रांत में एचआइवी से संक्रमित हुए आधे से ज्यादा मरीजों को उचित इलाज नहीं मिल पा रहा है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) ने अपनी जांच में यह जानकारी दी है। बीते मई में सिंध के लरकाना शहर में 751 लोग एचआइवी वायरस से संक्रमित पाए गए थे। इनमें 604 बच्चे हैं जिनकी उम्र दो से 15 साल के बीच है। स्वास्थ्य अधिकारियों को आशंका है कि असुरक्षित रक्त चढ़ाने और सुई के प्रयोग से ये बच्चे एचआइवी की चपेट में आ गए।
खतरनाक बीमारी के तेजी से फैलने का कारण पता लगाने के लिए पाकिस्तान सरकार ने डब्ल्यूएचओ की टीम को यहां बुलाया था। जांच के बाद टीम का कहना है कि अभी तक 324 मरीजों का इलाज शुरू ही नहीं हुआ है और कुछ को तो किसी भी तरह की स्वास्थ्य सहायता नहीं दी गई है।
रिपोर्ट के अनुसार इलाज के लिए जरूरी दवाओं की आपूर्ति करना अब भी पाकिस्तान सरकार के लिए चुनौतीपूर्ण है। इस वक्त संक्रमित बच्चों में से 240 के इलाज के लिए ही दवाएं उपलब्ध हैं। 15 जुलाई तक ये दवाएं भी खत्म हो जाएंगी।
जानबूझकर यह संक्रमण फैलाने के लिए इलाके के मुजफ्फर घांगरो नामक डॉक्टर को गिरफ्तार किया गया था। संयुक्त जांच टीम का कहना है कि डॉक्टर ने जानबूझकर यह नहीं किया, लेकिन इस मामले में उसकी महत्वपूर्ण भूमिका है।
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