Pak Educational Institution: दोबारा खुलने के 48 घंटों बाद ही 22 पाकिस्तान शैक्षणिक संस्थानों को करना पड़ा बंद
महामारी के मद्देनजर मार्च में बंद शैक्षणिक संस्थानों को दोबारा खोला गया लेकिन स्वास्थ्य संबंधित मानकों पर असफल रहने के बाद इन्हें फिर से बंद करना पड़ा।
इस्लामाबाद, आइएएनएस। स्वास्थ्य संबंधित प्रोटोकॉल का पालन न करने के कारण खुलने के 48 घंटों बाद ही पाकिस्तान में 22 शैक्षणिक संस्थानों को बंद करवा दिया गया। यहां की नेशनल कमांड ऑपरेशन के अनुसार इन संस्थानों में महामारी के मद्देनजर लागू स्वास्थ्य संबंधित मानकों यानि SOPs का पालन नहीं किया गया। कोविड-19 संक्रमण के कारण मार्च महीने में बंद हुए पाकिस्तान के शैक्षिणक संस्थानों को मंगलवार को दोबारा खोला गया।
22 में से 16 संस्थान खैबर पख्तूनख्वाह में, एक इस्लामाबाद और पांच गुलाम कश्मीर में थे। कराची में इंस्टीट्यूट ऑफ बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन को भी बंद कराया गया क्योंकि वहां कोविड-19 संक्रमण का एक मामला सामने आया था। कोविड-19 महामारी पर कथित नियंत्रण बताते हुए पाकिस्तान ने मंगलवार से स्कूल-कॉलेजों को खोल दिया पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने शैक्षणिक संस्थानों को खोलने का ऐलान किया और कहा कि हम लाखों बच्चों का स्कूल में वापस स्वागत करेंगे। यह सुनिश्चित करना हमारी प्राथमिकता और सामूहिक जिम्मेदारी है कि प्रत्येक बच्चा सुरक्षित रूप से पढ़ाई के लिए स्कूल जा सके।
VIDEO: Schools reopen in phases across Pakistan, which has seen most coronavirus restrictions lifted following a sharp drop in the number of infections pic.twitter.com/uXtb0Piv2g— AFP news agency (@AFP) September 17, 2020
छात्रों को समूहों में विभाजित किया गया है और वे एक दिन छोड़कर स्कूल आएंगे। शिक्षकों और छात्रों के लिए मास्क लगाना अनिवार्य है। संस्थान प्रवेश द्वारों पर हाथ धोने की सुविधा और सैनिटाइजर की उपलब्धता सुनिश्चित करेंगे। महामारी के बाद 16 मार्च को पाकिस्तान में सभी शैक्षणिक संस्थानों को बंद कर दिया गया था। इसके अलावा सभी वार्षिक परीक्षाओं को भी रद कर दिया गया था।
मंगलवार को पाकिस्तान में संक्रमण के 404 नए मामले सामने आए। सोमवार तक देश में संक्रमितों की संख्या बढ़ कर 3 लाख 2 हजार 4 सौ 24 से अधिक हो गई। साथ ही मरने वालों की संख्या 6,389 है। इसके अलावा 563 संक्रमितों की हालत गंभीर है। आंकड़ों के अनुसार, 2 लाख 90 हजार 2 सौ 61 लोग स्वस्थ हो गए हैं।