जिंबाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे ने अपने पद से दिया इस्तीफा
रॉबर्ट मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग की प्रक्रिया की तैयारी के बीच बर्खास्त उपराष्ट्रपति एमर्सन नांगाग्वा ने उनसे इस्तीफा देने की अपील की थी।
हरारे, एएफपी। जिंबाब्वे के राष्ट्रपति रॉबर्ट मुगाबे ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। उन्होंने संसद के स्पीकर को चिट्ठी लिखकर पद से इस्तीफा दिया है। मुगाबे के इस्तीफा देने के बाद संसद में महाभियोग प्रस्ताव पर चल रही बहस भी रुक गई है।
इससे पहले रॉबर्ट मुगाबे के खिलाफ संसद में महाभियोग की प्रक्रिया की तैयारी के बीच बर्खास्त उपराष्ट्रपति एमर्सन नांगाग्वा ने उनसे इस्तीफा देने की अपील की थी। जिंबाब्वे में सेना के सत्ता संभालने के बाद पहली बार उनका बयान आया था। बीते बुधवार को सैन्य तख्तापलट के बाद मुगाबे ने पहली कैबिनेट बैठक की थी। इसमें केवल पांच मंत्रियों और अटार्नी जनरल ने हिस्सा लिया था। जबकि 17 मंत्रियों ने महाभियोग की तैयारी को लेकर बैठक में हिस्सा लिया था।
बर्खास्तगी के बाद विदेश चले गए नांगाग्वा ने कहा था कि सुरक्षा और गिरफ्तार नहीं किए जाने की गारंटी मिलने पर ही वह स्वदेश लौटेंगे। उन्होंने कहा था कि जिंबाब्वे ने बिना हिंसा के 93 वर्षीय मुगाबे के इस्तीफे की अतृप्त इच्छा जाहिर कर दी है। उन्होंने कहा था, 'राष्ट्रपति मुगाबे से मेरी अपील है कि वह इस मांग पर ध्यान दें।' बता दें कि मुगाबे पद नहीं छोड़ने को लेकर अड़े हुए थे।
जिंबाब्वे की आजादी के लिए लड़ाई लड़ने वाले एक अन्य वरिष्ठ नेता क्रिस मुत्सवांग्वा ने मुगाबे पर जल्द इस्तीफे का दबाव बनाने के लिए लोगों से राजधानी हरारे की सड़कों पर उतरने का आह्वान किया था। उन्होंने कहा था कि हम जीत की बेला में हैं। सभी लोग अपना काम छोड़कर ब्लू रूफ (मुगाबे का निवास स्थान) की तरफ बढ़ें। इस अपील से राजनीतिक गतिरोध हिंसा में बदलने की आशंका बढ़ गई थी। इससे पहले शनिवार को जिंबाब्वे वासियों ने मुगाबे विरोधी मार्च में शांतिपूर्वक हिस्सा लिया था।