विश्व उइगर कांग्रेस ने चीन में हो रहे दमन के खिलाफ ब्रुसेल्स में विरोध प्रदर्शन किया
विश्व उइगर कांग्रेस ने चीन में कम्युनिस्ट शासन के 70 साल पूरे होने पर देश में दमन की नीति के खिलाफ प्रदर्शन किया।
ब्रुसेल्स, एएनआइ। एक तरफ चीन के खिलाफ हांगकांग आए दिन प्रदर्शन कर रहा है। वहीं अब वहीं विश्व उइगर कांग्रेस भी चीन के खिलाफ सड़कों पर उतर आई है। विश्व उइगर कांग्रेस द्वारा चीन में कम्युनिस्ट शासन के 70 साल पूरे होने पर दमन की नीति के खिलाफ बेल्जियम के ब्रसेल्स में प्रदर्शन किया गया। इस विरोध प्रदर्शन में यूरोपीय संसद के कई सदस्यों ने भाग लिया जिसमें फिल बेनियन, हेनरी मोलोस, मौली स्कॉट काटो, मार्टिन हारवुड और राफेल ग्लक्समैन शामिल थे।
विश्व उइगर कांग्रेस द्वारा जारी एक बयान में कहा गया, 'एक उइगर होने के नाते, जिन्होंने कई सालों तक दमन सहा है, चीन के दावे को मानना असंभव है कि ये 70 साल साझा समृद्धि लाए हैं। कशगर या होतान में किसी भी एक उइगर परिवार से पूछिए कि वो इस बारे में क्या सोचते हैं।'
बयान में कहा गया, 'कम्युनिस्ट शासन के 70 वर्षों के दौरान, चीन ने समय-समय पर यह साबित कर दिया मतभेद को शांत करने के लिए वह किसी भी कीमत पर रुकने वाले नहीं हैं। तियानमेन स्क्वायर हत्याकांड की 30 वीं बरसी इसका एक और बड़ा उदाहरण है।'
विश्व उइगर कांग्रेस ने इगर अल्पसंख्यकों को साथ लेकर अंतरराष्ट्रीय समुदाय से चीन द्वारा बेलगाम दमन और चीन सरकार द्वारा नागरिकों की निगरानी किए जाने के फैसले के खिलाफ कार्रवाई करने की अपील की। यूरोपीय संसद के सदस्य मार्टिन हारवुड ने अपने संबोधन में कहा, 'अब समय आ गया है कि चीन के साथ ज्यादा शांत, सम्मानित और लोकतांत्रिक कदम उठाए जाएं।' विश्व उइगर कांग्रेस के प्रेसीडेंट डोलकुन ईसा ने कहा, 'हम उत्पीड़न और निराशा के और 70 साल स्वीकार नहीं कर सकते। अब हमें अपने अधिकार और आजादी चाहिए।'