Global Health Leaders Awards: डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने की ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड्स की घोषणा, भारत की आशा कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित
Global Health Leaders Awards डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डा टेड्रोस एडनाम घेबियस ने रविवार को ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड्स की घोषणा करते हुए कहा कि सभी पुरस्कार विजेताओं में आजीवन समर्पण अथक वकालत समानता के प्रति प्रतिबद्धता और मानवता की निस्वार्थ सेवा शामिल है।
नई दिल्ली, एएनआइ। डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डा टेड्रोस एडनाम घेबियस ने रविवार को बड़ी घोषणा की, जिसमें उन्होंने वैश्विक स्वास्थ्य को आगे बढ़ाने और क्षेत्रीय स्वास्थ्य मुद्दों के नेतृत्व के लिए उत्कृष्ट योगदान को मान्यता देने के लिए छह पुरस्कारों का ऐलान किया। आपको बता दें कि डा टेड्रोस स्वयं विश्व स्वास्थ्य संगठन के महानिदेशक ग्लोबल हेल्थ लीडर्स अवार्ड्स के लिए पुरस्कार विजेताओं का फैसला करते हैं।
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक ने कहा
डब्ल्यूएचओ के महानिदेशक डा टेड्रोस एडनाम घेबियस ने कहा, 'ऐसे समय (कोरोना काल) में जब दुनिया असमानता, संघर्ष, खाद्य असुरक्षा, जलवायु संकट और एक महामारी के अभूतपूर्व अभिसरण का सामना कर रही है, यह पुरस्कार उन लोगों को मान्यता देता है जिन्होंने दुनिया भर में स्वास्थ्य की रक्षा और बढ़ावा देने में उत्कृष्ट योगदान दिया है।' उन्होंने आगे कहा, 'इन पुरस्कार विजेताओं में आजीवन समर्पण, अथक वकालत, समानता के प्रति प्रतिबद्धता और मानवता की निस्वार्थ सेवा शामिल है।'
आशा कार्यकर्ताओं को किया गया सम्मानित
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने रविवार को भारत की 10 लाख महिला आशा कार्यकर्ताओं को देश में ग्रामीण क्षेत्रों तक स्वास्थ्य सुविधाएं मुहैया कराने और कोरोनाकाल में महामारी पर लगाम लगाने के अथक प्रयासों के लिए सम्मानित किया। ये आशा कार्यकर्ता भारत सरकार से मान्यता प्राप्त हैं और ग्रामीण भारत में स्वास्थ्य सेवा पहुंचाने की प्रथम इकाई हैं। इनमें से अधिकांश ने भारत में महामारी के चरम के दौरान घर-घर जाकर कोरोना पीडि़तों का पता लगाया।
अफगानिस्तान की टीम को भी किया गया सम्मानित
अन्य उल्लेखनीय सम्मानों में अफगानिस्तान के पोलियो टीकाकरण कर्मियों की टीम थी, जिन्हें इस साल फरवरी में देश के तखर और कुंदुज प्रांतों में सशस्त्र बंदूकधारियों ने मार डाला था। इन कार्यकर्ताओं में मोहम्मद जुबैर खलजई, नजीबुल्लाह कोशा, शादाब योसुफी, शरीफुल्लाह हेमती, हसीबा ओमारी, खदीजा अत्ताई, मुनीरा हकीमी, रोबिना योसुफी और उनके भाई शादाब शामिल हैं। इनमें से चार कार्यकर्ता जो महिलाएं थीं, उत्तर-पूर्वी अफगानिस्तान में घर-घर के अभियानों के माध्यम से हजारों बच्चों तक पहुंच रही थीं। अफगानिस्तान और पाकिस्तान दुनिया के दो ऐसे देश हैं, जहां पोलियो के मामले सबसे ज्यादा पाए जाते हैं।