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आतंकी हमलों को लेकर US-UK ने अपने नागरिकों को किया अलर्ट, कहा- खाली कर दें काबुल के होटल

अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास ने रविवार को एक सुरक्षा अलर्ट जारी कर कहा सेरेना होटल में सुरक्षा खतरों के कारण हम अमेरिकी नागरिकों को होटल और आसपास के इलाकों की यात्रा करने से बचने की सलाह देते हैं।

By Neel RajputEdited By: Published: Mon, 11 Oct 2021 03:18 PM (IST)Updated: Mon, 11 Oct 2021 03:18 PM (IST)
आतंकी हमलों को लेकर US-UK ने अपने नागरिकों को किया अलर्ट, कहा- खाली कर दें काबुल के होटल
विशेष रूप से सेरेना होटल को लेकर किया गया अलर्ट

वाशिंगटन, एएनआइ। अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों को काबुल के होटलों में सुरक्षा खतरों को लेकर अलर्ट किया है। दोनों देशों ने अपने नागरिकों से काबुल के होटलों विशेष रूप से सेरेना होटल से दूर रहने को कहा है। इस सिलसिले में दोनों देशों की तरफ से अलर्ट जारी किया गया है और कहा है कि अगर कोई नागरिक सेरेना होटल में या इसके आस-पास है तो तुरंत इसे खाली कर दें।

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अफगानिस्तान में अमेरिकी दूतावास ने रविवार को एक सुरक्षा अलर्ट में कहा, 'सेरेना होटल में सुरक्षा खतरों के कारण हम अमेरिकी नागरिकों को होटल और आसपास के इलाकों की यात्रा करने से बचने की सलाह देते हैं।' इसमें आगे कहा गया कि सभी अमेरिकी जो सेरेना होटल में या उसके पास हैं, उन्हें तुरंत यहां से चले जाना चाहिए।

इस बीच समाचार एजेंसी स्पुतनिक ने बताया कि ब्रिटिश सरकार ने भी अपने नागरिकों को बढ़ते खतरों के मद्देनजर होटलों में नहीं रहने की सलाह दी। ब्रिटिश सरकार द्वारा कहा गया, 'बढ़ते खतरों को देखते हुए ब्रिटिश नागरिकों को यहां होटलों में नहीं रहने की सलाह दी जाती है, विशेष रूप से काबुल के होटलों (जैसे सेरेना होटल) में।'

बता दें कि कारोबारी यात्रियों और विदेशी मेहमानों के बीच लोकप्रिय सेरेना होटल पर कई बार हमले हो चुके हैं। 2014 में एक आतंकवादी लड़ाके द्वारा किए गए एक हमले में नौ लोगों की जान चली गई थी। वहीं, मार्च 2020 का सबसे हालिया हमला, जब एक राकेट होटल के बाहरी इलाके से टकराया था और इस हादसे में दो लोग घायल हो गए थे।

अमेरिका ने फिर दोहराया- शब्दों से नहीं कार्यों से आंका जाएगा तालिबान

अफगानिस्तान की सत्ता में आने के बाद पहली बार तालिबान और अमेरिका के वरिष्ठ अधिकारियों के बीच बैठक हुई। बैठक में अमेरिका ने फिर से दोहराया कि तालिबान को उसके शब्दों से नहीं बल्कि उसके कार्यों से आंका जाएगा। विदेश विभाग के प्रवक्ता नेड प्राइस ने कहा कि कतर के दोहा में सप्ताहांत की वार्ता में अमेरिकी प्रतिनिधिमंडल ने सुरक्षा और आतंकवाद की चिंताओं और अमेरिकी नागरिकों व अन्य विदेशी नागरिकों और अफगानों के साथ-साथ महिलाओं की सार्थक भागीदारी सहित मानवाधिकारों के लिए सुरक्षित मार्ग पर ध्यान केंद्रित किया।


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