अफगानिस्तान में मूलभूत सेवाएं भी ध्वस्त, साठ करोड़ डालर की सहायता की आवश्यकता: संयुक्त राष्ट्र
ओसीएचए के प्रवक्ता जेन्स लार्क ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र संबोधन के दौरान बताया कि लाखों अफगानों को खाद्य और स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता है। आगामी 13 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय सहायता सम्मेलन में अफगानिस्तान के लिए और दानकर्ताओं से इस दिशा में मदद मांगी जाएगी।
जेनेवा, रायटर। संयुक्त राष्ट्र के मानवाधिकार मामलों के संयोजन कार्यालय (ओसीएचए) ने कहा कि अफगानिस्तान में मूलभूत सेवाएं, ख्राद्य और अन्य सहायता कार्य ठप पड़ते जा रहे हैं। ओसीएचए के प्रवक्ता जेन्स लार्क ने जेनेवा में संयुक्त राष्ट्र संबोधन के दौरान बताया कि लाखों अफगानों को खाद्य और स्वास्थ्य सहायता की आवश्यकता है। आगामी 13 सितंबर को अंतरराष्ट्रीय सहायता सम्मेलन में अफगानिस्तान के लिए और दानकर्ताओं से इस दिशा में मदद मांगी जाएगी। करीब 1.1 करोड़ लोगों के लिए साठ करोड़ डालर की सहायता की आवश्यकता है।
इस बीच, यूनिसेफ सैकड़ों विस्थापित बच्चों को उनके परिवार से मिलाने के लिए प्रयासरत है। यूनिसेफ के प्रवक्ता जेम्स एल्डर ने कहा कि काबुल एयरपोर्ट की अफरा-तफरी में बहुत से परिवार बिछड़ गए थे।
पचास लाख से अधिक लोग अफगानिस्तान में इस साल विस्थापित हुए हैं। तालिबान ने विगत 15 अगस्त को पूरे अफगानिस्तान पर कब्जा जमा लिया था।
वहीं, इससे पहले संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी एजेंसी आगाह कर चुकी है कि अफगानिस्तान के लोग बेहद गंभीर हालातों का सामना करने को मजबूर हैं। उनकी हालत बेहद खराब है। ऐसे में उनकी तत्काल मदद की सख्त जरूरत है। संगठन ने ये भी कहा है कि यहां पर एक लगातार अनिश्चितता की स्थिति बनी हुई है। वहीं यहां के बदतर होते हालातों में एक बड़ा मानवीय संकट मंडराता नजर आ रहा है। आपको बता दें कि अफगानिस्तान की मदद के लिए संयुक्त राष्ट्र ने विश्व के सभी देशों से वित्तीय मदद देने को कहा है, जिससे वहां के लोगों की मदद की जा सके।