तालिबान से बात करने को तैयार यूएन प्रमुख गुटेरस लेकिन सख्त चेतावनी भी दी, जानें क्या कहा
संयुक्त राष्ट्र (यूएन) प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि वह अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान से बात करने के लिए तैयार हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है जब अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के बड़े पैमाने पर हनन होने का खतरा बढ़ गया है।
संयुक्त राष्ट्र, आइएएनएस। संयुक्त राष्ट्र (यूएन) प्रमुख एंटोनियो गुटेरस ने कहा कि वह अफगानिस्तान पर कब्जा करने वाले तालिबान से बात करने के लिए तैयार हैं। उनका यह बयान ऐसे समय आया है, जब अफगानिस्तान में मानवाधिकारों के बड़े पैमाने पर हनन होने का खतरा बढ़ गया है। गुटेरस ने यहां पत्रकारों से बातचीत में गुरुवार को कहा, 'मैं तब बात करने के लिए तैयार हूं, जब यह स्पष्ट हो जाए कि मुझे किस मकसद के लिए किससे बात करनी चाहिए।'
एक सवाल पर यह जवाब देते हुए उन्होंने कहा, 'मैंने अभी खुद बात नहीं की, लेकिन अफगानिस्तान में हमारे लोग हैं, जो तालिबान के करीबी संपर्क में हैं। उन्होंने सख्त संदेश पहुंचा दिया है कि वे मानवाधिकारों का सम्मान करें और क्षेत्र को आतंकियों का अड्डा बनने से रोकें।' गुटेरस ने यह भी बताया कि वह कतर के संपर्क में हैं और यह देश अब काबुल में समावेशी सरकार के गठन की दिशा में काम कर रहा है।
उन्होंने कहा, 'हम कतर की पहल का समर्थन कर रहे हैं। इससे अफगानिस्तान में समावेशी सरकार के लिए रास्ता निकलने की उम्मीद है।' इसी खाड़ी देश की राजधानी दोहा में लंबी वार्ता के बाद गत वर्ष फरवरी में अमेरिका और तालिबान के बीच शांति समझौता हुआ था। इसी समझौते के तहत अमेरिकी बलों की अफगानिस्तान से वापसी हुई।
वहीं दूसरी ओर संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद ने आतंकी संगठन इस्लामिक स्टेट (आइएस) के प्रति गहरी चिंता जताते हुए कहा है कि वह अंतरराष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के लिए भारी खतरा है। सुरक्षा परिषद ने गुरुवार को हुई बैठक में आइएस और इसके जैसे अन्य आतंकी संगठनों की क्रूरता पर चिंता जताई है। बैठक में कहा गया कि कोविड-19 के बहाने आतंकी संगठन आइएस ने सहायता राशियों से काफी धन बटोरा है। इससे इस आतंकी संगठन को जल्द अंतरराष्ट्रीय आतंकी हमले करने की क्षमता मिल जाएगी।