नोबेल पुरस्कार देने वाली स्वीडिश अकादमी में विभाजन
अकादमी के सदस्य एवं लेखक पीटर इंग्लैंड, क्लास ऑस्टरग्रेन और कजेल इस्पमार्क ने अलग-अलग बयान में कहा है कि वे लोग अपने काम में हिस्सा नहीं लेंगे।
स्टाकहोम, रायटर। नोबेल पुरस्कार विजेताओं का चयन करने वाली स्वीडिश अकादमी के तीन सदस्यों ने बोर्ड से खुद को हटा लिया है। तीनों सदस्यों ने एक सदस्य के पति पर लगे यौन दुर्व्यवहार के आरोपों की जांच के तरीके के विरोध में यह कदम उठाया है। अकादमी के सदस्य एवं लेखक पीटर इंग्लैंड, क्लास ऑस्टरग्रेन और कजेल इस्पमार्क ने अलग-अलग बयान में कहा है कि वे लोग अपने काम में हिस्सा नहीं लेंगे। चूंकि पद आजीवन है इसलिए तकनीकी रूप से इस्तीफा देना संभव नहीं है।
जिस आदमी पर यौन दुर्व्यवहार का आरोप लगा था उससे स्वीडिश अकादमी ने नवंबर में संबंध तोड़ लिया था। अकादमी ने स्टाकहोम में कल्चरल क्लब खोलने में इस आदमी की वित्तीय मदद की थी। ऐसे समय में जब मी टू आंदोलन के कारण महिलाओं से व्यवहार पर वैश्विक चिंता जाहिर की जा रही है, सरकारी जांचकर्ताओं ने घटना की प्रारंभिक जांच शुरू की। लेकिन कोई आरोप तय किए बगैर जांच बंद कर दी। आरोपित व्यक्ति के वकील बजोर्न हर्टिग ने कहा कि उनके मुवक्किल ने सभी आरोपों से इन्कार किया है।
अकादमी ने आंतरिक जांच परिणाम सार्वजनिक नहीं किया
स्वीडिश अकादमी ने अभी तक अपनी आंतरिक जांच का परिणाम सार्वजनिक नहीं किया है। अकादमी के स्थायी सचिव द्वारा इस मामले में उठाए गए कदमों के बारे में भी कुछ नहीं कहा गया है। स्वीडिश अकादमी के मैनेजर ने कहा कि इस बारे में केवल स्थायी सचिव सारा डेनिस ही कुछ कह सकती हैं। स्थायी सचिव ने मेल का जवाब नहीं दिया, लेकिन जवाबी मेल में कहा गया है कि वह अभी अवकाश पर हैं।