North Korea की धमकी का असर, मीटिंग करके South Korea ने सुलह समझौते के लिए की पेशकश
नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से संदेश दिया गया था कि अब साउथ कोरिया से उनके सारे रिश्ते खत्म हो रहे हैं देशों के बीच बातचीत के लिए बनाई गई हॉटलाइन भी बंद की जा रही है।
सोल, आईएएनएस। नॉर्थ और साउथ कोरिया के बीच तनातनी जारी है। दोनों के बीच तनाव काफी बढ़ चुका है। इस बीच साउथ कोरिया ने रविवार को एक आपात सुरक्षा बैठक की और नॉर्थ कोरिया से सुलह समझौते का आग्रह किया।
इससे पहले नॉर्थ कोरिया ने अंतर-कोरियाई संबंधों को खराब हो जाने के बाद सैन्य कार्रवाई किए जाने की धमकी दी थी। इससे पहले दोनों देशों के बीच फोन लाइनें और हॉटलाइनें बंद हो चुकी हैं। नॉर्थ कोरिया की राजधानी प्योंगयांग से संदेश दिया गया था कि अब साउथ कोरिया से उनके सारे रिश्ते खत्म हो रहे हैं, दोनों देशों के बीच बातचीत के लिए बनाई गई हॉटलाइन भी बंद की जा रही है। उसके बाद लाइनें बंद कर दी गई।
दरअसल नॉर्थ कोरिया से भागकर साउथ कोरिया चले गए लोग यहां सीमा पर हाइड्रोजन से भरे हजारों गुब्बारे उड़ाते हैं, इन गुब्बारों पर नॉर्थ कोरिया के तानाशाह किम जोंग उन और उनके शासन के खिलाफ तमाम तरह की बातें लिखी होती है। तानाशाह और उनके काम करने के तरीके पर काफी कुछ लिखकर इन गुब्बारों के साथ पर्चे उड़ाए जाते हैं। ये गुब्बारे नॉर्थ कोरिया में जाकर गिरते हैं और वहां के लोग उसे उठाते हैं। इनमें लगे पर्चों को वो पढ़ते हैं, लोग गुब्बारों को पकड़े और उनमें लगे पर्चे निकालकर उसे पढ़े इसके लिए उसमें कई तरह के सामान भी बांध दिए जाते हैं।
नॉर्थ कोरिया तानाशाह साउथ कोरिया की सीमा पर किए जा रहे इस तरह के कारनामों से खासा नाराज थे, इसी के बाद उन्होंने साउथ कोरिया से इन चीजों पर रोक लगाने के लिए भी कहा, साउथ कोरिया ने कुछ दिन तो इन पर रोक लगाई मगर उसके बाद फिर से ये चीजें शुरू हो गई। कुछ दिन पहले भी इसी तरह के हजारों गुब्बारे फिर से सीमा पर उड़ाए गए। इस बार इस चीज को तानाशाह किम ने गंभीरता से लिया, उसके बाद अपनी बहन किम यो जोंग से सख्त एक्शन लेने को कहा।
बहन किम यो जोंग ने चेतावनी दी कि साउथ कोरिया की राजधानी सोल के खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाएगा। वो कई बार कहने के बाद भी इस पर रोक नहीं लगा रहे हैं। इसके अगले दिन साउथ कोरिया से संपर्क की सभी लाइनें बंद कर दी गई। सीमा पर बनाए गए कैंप आफिस भी बंद कर दिए गए। शनिवार को नॉर्थ कोरिया की तरफ से इस मामले में सैन्य कार्रवाई की चेतावनी दे दी गई, उसके बाद साउथ कोरिया थोड़ा दहशत में आया।
यो-जोंग की इस तरह की धमकी के बाद सियोल के यूनिफिकेशन मंत्रालय ने कहा कि सियोल सरकार मौजूदा स्थितियों को गंभीरता से ले रही है। योनहाप समाचार एजेंसी ने बताया कि साउथ के रक्षा मंत्रालय ने भी रविवार को कहा कि वह नॉर्थ कोरिया से संबंधित सभी स्थितियों पर प्रतिक्रिया देने के लिए एक तत्परता बनाए रखे हुए हैं।
कोरियाई सैन्य संधि के अनुसार दोनों देशों को किसी भी तरह से ऐसे माहौल में पहुंचने से रूकना चाहिए। इस मीटिंग का नेतृत्व सियोल के शीर्ष सुरक्षा अधिकारी चुंग ईयूआई ने किया। योंग, राष्ट्रपति कार्यालय में राष्ट्रीय सुरक्षा के निदेशक हैं। सरकार के प्रवक्ता कांग मिन-सोक के अनुसार, आपातकालीन सुरक्षा बैठक प्योंगयांग के साथ बेहतर संबंध बनाने के लिए की गई है।