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coronavirus: यूरोप के इस देश में सामाजिक जीवन पर नहीं दिख रहा लॉकडाउन का असर, जानें क्‍या है स्थिति

स्वीडन के पूर्व महामारी विशेषज्ञ और अब स्वीडिश हेल्थ एजेंसी के प्रमुख जोहान गिसेक ने कहा कि अन्य यूरोपीय देशों से स्वीडन की स्थिति भिन्न है और मुझे लगता है कि यह अच्छा है।

By Arun Kumar SinghEdited By: Published: Sun, 29 Mar 2020 08:46 PM (IST)Updated: Sun, 29 Mar 2020 09:13 PM (IST)
coronavirus: यूरोप के इस देश में सामाजिक जीवन पर नहीं दिख रहा लॉकडाउन का असर, जानें क्‍या है स्थिति
coronavirus: यूरोप के इस देश में सामाजिक जीवन पर नहीं दिख रहा लॉकडाउन का असर, जानें क्‍या है स्थिति

स्टॉकहोम, एपी। स्टॉकहोम की सड़कें शांत हैं, लेकिन सुनसान नहीं। स्वीडन की राजधानी के केंद्र में अब भी लोग कैफे में बैठते हैं। विक्रेता अब भी फूल बेचते हैं। किशोर पार्को में समूह में बातचीत करते हैं। कुछ अब भी एक-दूसरे को गले लगाते हैं और हाथ मिलाते हैं। लंबे समय बाद स्कैंडिनेवियाई सर्दियों में कोरोना वायरस महामारी के बावजूद स्वीडन के लोग घरों में नहीं रह रहे हैं, जबकि दुनिया के कई हिस्सों में नागरिक जगह-जगह शरण ले रहे हैं। कुछ अवसरों को छोड़कर उन्हें दुकानें भी खुली नहीं मिल रही हैं।

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अधिकारियों ने जनता को सामाजिक दूरी बनाने की दी है सलाह

स्वीडिश अधिकारियों ने जनता को सलाह दी है कि यदि संभव हो तो वे सामाजिक दूरी बनाए रखें और घर से काम करें। एहतियात के तौर पर 70 साल से अधिक उम्र के लागों को सेल्फ आइसोलेशन का सुझाव दिया गया है। फिर भी दुनिया में कहीं और लगाए गए लॉकडाउन की तुलना में यहां की सरकार व्यक्तिगत स्वतंत्रता की ज्यादा अनुमति देती है।

अन्य यूरोपीय देशों से स्वीडन की स्थिति भिन्न

स्वीडन में बार पर खड़े होने पर प्रतिबंध लगा दिया गया है, लेकिन रेस्टोरेंट के ग्राहकों को भोजन जाकर लेने के बजाय टेबल पर खाना परोसा जा सकता है। हाई स्कूल और विश्वविद्यालय बंद हैं, लेकिन प्री-स्कूल और प्राथमिक स्कूलों में कक्षाएं जारी हैं। देश के पूर्व महामारी विशेषज्ञ और अब स्वीडिश हेल्थ एजेंसी के प्रमुख जोहान गिसेक ने कहा कि अन्य यूरोपीय देशों से स्वीडन की स्थिति भिन्न है और मुझे लगता है कि यह अच्छा है। अन्य यूरोपीय देशों ने बिना सोचे-समझे प्रतिबंध लगाने का राजनीतिक निर्णय लिया है।

50 से ज्यादा लोगों के एकजुट होने पर प्रतिबंध

हालांकि, यह स्पष्ट नहीं है कि स्वीडन यूरोपीय देशों से अलग राह पर कब तक चलता रहेगा। प्रधामंत्री स्टीफन लोफवेन ने आने वाला समय मुश्किल भरा होने की चेतावनी दी है। शुक्रवार को उन्होंने 50 से ज्यादा लोगों के एकजुट होने पर प्रतिबंध लगा दिया। पहले यह सीमा 500 थी। सरकार का मानना था कि शादी, अंतिम संस्कार और ईस्टर समारोह इससे प्रभावित होगा।


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