Move to Jagran APP

थाइलैंड के बच्चों को अस्पताल से मिली छुट्टी, मीडिया को सुनाया संस्मरण

गुफा से निकालने के बाद बच्चों को उत्तरी थाइलैंड में चियांग राई प्रांत के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

By Srishti VermaEdited By: Published: Wed, 18 Jul 2018 12:32 PM (IST)Updated: Wed, 18 Jul 2018 08:37 PM (IST)
थाइलैंड के बच्चों को अस्पताल से मिली छुट्टी, मीडिया को सुनाया संस्मरण
थाइलैंड के बच्चों को अस्पताल से मिली छुट्टी, मीडिया को सुनाया संस्मरण

चियांग राई, एएफपी/रायटर। थाइलैंड की पानी से भरी एक गुफा में 18 दिनों तक फंसे रहने के बाद सुरक्षित निकाले गए वाइल्ड बोअर फुटबॉल टीम के बच्चों को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बुधवार को अस्पताल से बाहर आने के बाद उन्होंने पहली बार मीडिया से बातचीत की और अपने सलामत रहने को चमत्कार बताया। गुफा से निकालने के बाद बच्चों को उत्तरी थाइलैंड में चियांग राई प्रांत के अस्पताल में भर्ती कराया गया था।

loksabha election banner

अस्पताल से निकलने के समय वहां मौजूद लोगों ने बच्चों का जोरदार स्वागत किया।थाम लुआंग गुफा में 12 बच्चे अपने फुटबॉल कोच समेत फंस गए थे। डरावनी गुफा में मौत से लड़कर निकले बच्चों ने मीडिया से बात करते हुए उन खौफनाक दिनों को याद किया। 14 साल के अदुल सैम-ऑन ने कहा कि यह एक चमत्कार है। हम लोगों के पास कई दिनों तक खाने का कोई सामान नहीं था। प्यास लगने पर बाढ़ का पानी पीना पड़ता था। उसने उस पल को भी याद किया, जब दो ब्रिटिश गोताखोरों ने उन लोगों को गुफा जाकर खोजा था। उसने कहा कि मुझे उनके सवालों का जवाब देने से पहले बहुत कुछ सोचना पड़ा रहा था।

टीम के एक अन्य बच्चे ने कहा कि शुरू के एक-दो दिन तो ज्यादा बुरा नहीं लगा। लेकिन, बाद में हम लोग थकने लग गए। टीम के सबसे छोटे सदस्य टाइटन ने बताया कि मैं बिल्कुल शक्तिहीन हो गया था। मैं कोशिश कर रहा था कि खाने के बारे में कुछ न सोचूं, ताकि भूख ज्यादा न लगे। एक अन्य ने कहा कि मैं तो बहुत डर गया था कि अब घर नहीं जा पाऊंगा। और यदि चला गया, तो मां से बहुत डांट पड़ेगी।

इससे पहले टीम के बच्चों को तीन मिनी बसों में सवार होकर अस्पताल से निकलते देखा गया। इन बच्चों को निर्धारित समय से एक दिन पहले ही छुट्टी दे दी गई। बच्चे बुधवार को अपने-अपने घर पहुंच गए। इस बीच, चिकित्सकों ने बच्चों के परिजनों से कहा है कि वे कम से कम एक महीने तक उन्हें पत्रकारों के संपर्क में नहीं आने दें। हालांकि, बताया जा रहा है कि बच्चे और उनके कोच की मानसिक और शारीरिक स्थिति ठीक है।

गुफा तोड़ने का किया था प्रयास
-23 जून को फुटबॉल का प्रैक्टिस मैच खेलने के बाद वाइल्ड बोअर टीम के बच्चे अपने कोच के साथ एक घंटे के लिए गुफा में घुसे थे।
-लेकिन, बारिश होने लगी और बच्चे गुफा में फंस गए। कोच एकापोल चांगथ्वांग ने बताया कि हमने गुफा को तोड़ने का प्रयास भी किया था।
-उसने कहा कि हम लोगों ने पत्थर से गुफा की दीवार को तोड़ना शुरू किया। तीन-चार मीटर तक खोद भी डाला। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकला।
-उसने यह भी कहा कि लगभग हर किसी को तैरना आता था। हालांकि, कुछ बच्चे अच्छे तैराक नहीं थे। इसलिए तैरकर निकलने का प्रयास नहीं किया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.