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आतंकवाद को बढ़ावा, आत्मघाती हमलावरों के परिजनों को धन व जमीन देगा तालिबान

आत्मघाती हमलावरों के परिजनों को तालिबान की ओर से पैसा व जमीन दी जाएगी। यह आतंक को बढ़ावा देने और इसे उकसाने वाला तालिबान का फैसला है। आंतरिक मामलों के मंत्री हक्कानी फिदायीन के घर वालों से मिले

By Monika MinalEdited By: Published: Wed, 20 Oct 2021 05:40 AM (IST)Updated: Wed, 20 Oct 2021 07:39 AM (IST)
आतंकवाद को बढ़ावा, आत्मघाती हमलावरों के परिजनों  को  धन व जमीन देगा तालिबान
आत्मघाती हमलावरों के परिजनों को पैसा व जमीन देगा तालिबान

काबुल, एपी। तालिबान (Taliban) ने अमेरिकी और अफगान सैनिकों पर हमला करने वाले अपने आत्मघाती हमलावरों के परिजनों को जमीन और पैसा देने का वादा किया है। तालिबान का यह फैसला साफ तौर पर आतं क को बढ़ावा देने के साथ इसे उकसाने वाला है। बता दें कि  तालिबान ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है, जब वह अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की जी तोड़ कोशिश कर रहा है।

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मारे गए लड़ाकों को शहीदों के तौर पर किया याद

तालिबान के कार्यवाहक आंतरिक मामलों के मंत्री सिराजुद्दीन हक्कानी ने काबुल के एक होटल में एकत्रित हुए आत्मघाती हमलावरों के परिजनों से मुलाकात के दौरान इनाम देने की यह पेशकश रखी। आंतरिक मंत्रालय के प्रवक्ता सईद खोस्ती ने मंगलवार को ट्वीट किया, हक्कानी ने सोमवार शाम सभा को संबोधित करते हुए आत्मघाती हमलों को अंजाम देने के दौरान मारे गए लड़ाकों का जिक्र करते हुए उन्हें शहीदों की तरह याद किया। हक्कानी ने इन आत्मघाती हमलावरों को इस्लाम और देश का नायक बताया।

10 हजार अफगानी डालर के साथ जमीन देने का वादा

प्रवक्ता के मुताबिक, सभा के अंत में हक्कानी ने मारे गए हर आत्मघाती हमलावर के परिवार को 10 हजार अफगानी (करीब 112 डालर) और जमीन देने का वादा किया। प्रवक्ता ने खचाखच भरे होटल के आडिटोरियम की तस्वीर भी शेयर की, जिसमें हक्कानी के चेहरे को ब्लर किया गया है।

कोशिशों को लग सकता है धक्का

तालिबान ने यह घोषणा ऐसे वक्त की है, जब वह खुद अंतराष्ट्रीय समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहा है। आत्मघाती बम धमाकों के लिए पुरस्कार का वादा तालिबान नेतृत्व के भीतर परस्पर विरोधी दृष्टिकोणों का संकेत देता है। ऐसे में उसकी अंतरराष्ट्रीय समर्थन हासिल करने की कोशिश को झटका लग सकता है।उल्लेखनीय है कि 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर पूरी तरह कब्जा करने के बाद सितंबर में तालिबान ने अपने अंतरिम सरकार का गठन किया था लेकिन अंतरराष्ट्रीय समर्थन के बगैर यह अलग-थलग पड़ा है ।


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