तालिबान ने किया आर्मी बेस पर हमला, 10 सुरक्षाकर्मियों की मौत
अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत हेलमंद के एक सैन्य अड्डे पर तालिबान के हमले में दस अफगान सैनिक मारे गए।
कांधार, एएफपी। अफगानिस्तान के दक्षिणी प्रांत हेलमंद के एक सैन्य अड्डे पर तालिबान के हमले में दस अफगान सैनिक मारे गए। इसकी जानकारी अधिकारियों ने शनिवार को दी। अफगानिस्तान में 215 मावंड आर्मी कोर के प्रवक्ता नवाब ज़ादरान ने कहा कि तालिबान ने अस्थिर सांगिन जिले में एक सुरंग खोदी और उसके बाद उसे उड़ा दिया, इससे पहले कि उसके लड़ाके परिसर पर हमला कर सकें।
उन्होंने कहा कि हमले के समय बेस में 18 सैनिक थे जो सांगिन के लोगों को सुरक्षा प्रदान कर रहे थे। चार सैनिक घायल हो गए और चार ने तालिबान के हमले का बहादुरी से जवाब दिया। प्रांतीय प्रवक्ता उमर जवाक ने हमले की पुष्टि की और कहा कि बेस के अंदर शक्तिशाली विस्फोट से सैनिक मारे गए। तालिबान के प्रवक्ता जबीहुल्लाह मुजाहिद ने मीडिया को भेजे एक बयान में हमले की जिम्मेदारी लेने का दावा किया है।
हेलमंद में हमला स्थानीय और अंतरराष्ट्रीय बलों के लिए किया गया। क्योंकि अफगानिस्तान में हिंसा को खत्म करने के लिए अमेरिका-तालिबान की वार्ता के बीच ये घातक सर्दियों में से एक है। मंगलवार को बल्ख के उत्तरी प्रांत में एक बेस पर तालिबान के हमले में सात अफगान सैनिक मारे गए थे।
क्या संघर्ष विराम चाहता है तालिबान
वहीं दूसरी ओर एक बार फिर अफगानिस्तान में खूनी संघर्ष पर विराम लगने की उम्मीद बढ़ने लगी है। दरअसल, तालिबान की कार्यकारी परिषद के ज्यादातर सदस्यों ने अफगानिस्तान में अस्थायी तौर पर संघर्ष विराम के समर्थन में सहमति दी है। हालांकि, अभी तक संघर्ष विराम के बारे में अभी तक कोई एलान नहीं किया है। इसकी जानकारी टोलो न्यूज ने कतर में अमेरिका और तालिबान की शांति वार्ता के बारे में जानकारी रखने वाले एक सूत्र के हवाले से दी है। आगे बताया गया हबै कि संघर्ष विराम को लेकर अंतिम फैसला संगठन के सरगना मुल्ला हिबतुल्ला अखुंदजादा द्वारा लिया जाएगा। हालांकि, तालिबान की क्वेटा काउंसिल ने संघर्ष विराम पर किसी फैसले पर सवाल भी उठाए है।