शांति वार्ता रुकते ही आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान में तेज किए हमले
अमेरिका के साथ चल रही शांति वार्ता स्थगित होते ही आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं।
काबुल, आइएएनएस। अमेरिका के साथ चल रही शांति वार्ता स्थगित होते ही आतंकी संगठन तालिबान ने अफगानिस्तान में हमले तेज कर दिए हैं। बीते शुक्रवार से देश के कई हिस्सों में आतंकी वारदातों में 60 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है। गजनी प्रांत में शनिवार को किए गए एक हमले में 23 सुरक्षाकर्मी मारे गए। तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने इस हमले की जिम्मेदारी लेते हुए दावा किया कि गजनी में ही एक सैन्य ठिकाने पर हमले में 32 सैनिक मारे गए।
दो बार रद हो चुकी है वार्ता
युद्ध से तबाह अफगानिस्तान में स्थायी शांति की तलाश में पिछले वर्ष अक्टूबर में कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका के प्रतिनिधि और तालिबान के बीच बातचीत का दौर शुरू हुआ था। लेकिन गत सितंबर में तालिबान के हमले में अमेरिकी सैनिक की मौत के बाद राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने वार्ता रद कर दी थी।
गत सात दिसंबर को यह वार्ता फिर शुरू हुई थी। लेकिन चार दिन बाद ही अफगानिस्तान के बगराम स्थित अमेरिकी सैन्य ठिकाने के पास आतंकी हमले को लेकर अमेरिका ने वार्ता स्थगित कर दी। तालिबान को इतना विश्वास था कि क्रिसमस या नए साल के शुरू तक अमेरिका इस करार के होने का ऐलान भी कर देगा। इस बार शांति वार्ता में अमेरिकी पक्ष का नेतृत्व उसके विशेष दूत जाल्मे खलीलजाद कर रहे थे, जबकि तालिबान पक्ष का नेतृत्व मुल्ला अब्दुल गनी बिरादर के पास था। तालिबान को लग रहा था कि अमेरिका इस बार शांति वार्ता को लेकर 'गंभीर' है।
वार्ता के दौरान तालिबान की ओर से अमेरिका को दो विकल्प भी दिए गए थे। तालिबानी नेता ये कह रहे थे कि यदि अमेरिका उनके खिलाफ अभियान रोक दें तो वो पूरी तरह से युद्ध बंद करने को तैयार हैं। दूसरा विकल्प ये है कि अमेरिका अफगानिस्तान में जिन जगहों से अपनी सेना को हटा लेगा वहां पर वो हमले नहीं करेंगे।