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तालिबान व अमेरिका के बीच कैदियों की अदला-बदली, बशीर के बदले तालिबान ने अमेरिकी इंजीनियर को छोड़ा

हेरोइन तस्करी के मामले में अमेरिकी अदालत ने मुल्ला उमर के करीबी तालिबान के कबायली नेता बशीर नुरजई को आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी। लेकिन आज कैदियों की अदलाबदली के क्रम में बशीर व अमेरिकी इंजीनियर को छोड़ा गया।

By Monika MinalEdited By: Published: Mon, 19 Sep 2022 05:57 PM (IST)Updated: Mon, 19 Sep 2022 05:57 PM (IST)
तालिबान व अमेरिका के बीच कैदियों की अदला-बदली, बशीर के बदले तालिबान ने अमेरिकी इंजीनियर को छोड़ा
अमेरिका ने रिहा किया मुल्ला उमरी के करीबी बशीर को (Bashir in Center)

काबुल, एजेंसी। तालिबान और अमेरिका के बीच कैदियों की अदला बदली की गई। इस क्रम में तालिबान के एक कबायली नेता बशीर नूरजई (Bashir Noorzai) के बदले अमेरिकी इंजीनियर मार्क फ्रेरिच (Mark Frerichs) को रिहा कर दिया गया। बशीर तालिबान के संस्थापक मुल्ला उमर का करीबी माना जाता है। उसे वर्ष 2005 में न्यूयार्क में अमेरिका और यूरोप में हेरोइन तस्करी के मामले में गिरफ्तार किया गया था। अमेरिकी अदालत ने उसे आजीवन कारावास की सजा सुनाई थी।

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अफगानिस्तान में अमेरिकी इंजीनियर का हुआ था अपहरण

तालिबान से जुड़े हक्कानी नेटवर्क ने अमेरिकी नौसेना के अधिकारी व इंजीनियर फ्रेरिच का अफगानिस्तान में 31 जनवरी, 2020 को अपहरण कर लिया था। तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी ने संवाददाताओं को बताया कि काबुल हवाईअड्डे पर बशीर के बदले फ्रेरिच को अमेरिका को सौंपा गया। काबुल के एक होटल में मुत्ताकी व अन्य तालिबानी नेताओं के साथ बशीर ने सोमवार को संवाददाता के साथ बातचीत भी की।

अफगानिस्तान से आजाद हुए इंजीनियर की बहन ने अमेरिकी सरकार को कहा - धन्यवाद

अफगानिस्तान से रिहा हुए मार्क फ्रेरिक की बहन चार्लीन काकोरा ( Charlene Cakora) ने अमेरिकी सरकार को धन्यवाद कहा है। हालांकि अब तक बाइडन प्रशासन की ओर से मामले पर किसी तरह का बयान नहीं दिया गया है। इलिनोइस निवासी बहन ने कहा,'मेरा भाई सुरक्षित है और वह अब हमारे पास घर आ रहा है यह सुनकर काफी खुशी हुई। उसके बंधक बनाए जाने के बाद से कुद 31 माह तक हमारा परिवार उसकी कुशलता के लिए प्रार्थना करता रहा है।' .

2021 में अफगानिस्तान की सत्ता पर तालिबान ने किया था कब्जा

अमेरिकी अगुआई वाले विदेशी बलों की वापसी के बाद अगस्त 2021 में तालिबान ने अफगानिस्तान पर कब्जा कर लिया। उसके बाद से अमेरिका फ्रेरिच की रिहाई के प्रयास में जुटा था। अमेरिकी अधिकारियों ने कहा है कि यह मामला तालिबान सरकार को मान्यता देने पर उनके विचार को प्रभावित करेगा। फिलहाल, किसी भी देश ने औपचारिक रूप से तालिबान को मान्यता नहीं दी है।


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