अफगानिस्तान में तालिबान के आत्मघाती हमले में 14 की मौत, 150 घायल
अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में कार में बम विस्फोट हुआ है जिसमें 8 सुरक्षाबलों समेत 12 लोगों की मौत हो गई है।जबकि 50 से ज्यादा नागरिक घायल बताए जा रहे हैं।
काबुल, रायटर । अमेरिका के साथ कतर में चल रही शांति वार्ता के बीच आतंकी संगठन तालिबान ने रविवार सुबह अफगानिस्तान के गजनी प्रांत में बड़ा आत्मघाती हमला किया। विस्फोटकों से भरी कार के जरिये देश की मुख्य खुफिया एजेंसी नेशनल डायरेक्टरेट ऑफ सिक्योरिटी (एनडीएस) के परिसर में किए गए इस हमले में 14 लोगों की मौत हो गई। जान गंवाने वालों में आठ सुरक्षाकर्मी शामिल हैं।
इस हमले में करीब 150 लोग घायल हुए हैं। हमले की जिम्मेदारी लेते हुए तालिबान प्रवक्ता जबीहुल्ला मुजाहिद ने दावा किया कि इस हमले में एनडीएस के कई अफसर मारे गए। गजनी के स्वास्थ्य अधिकारियों ने बताया कि हमले में घायल हुए लोगों में 27 बच्चे हैं। अधिकारियों ने हताहतों की संख्या बढ़ने की आशंका जताई है। तालिबान ने यह हमला ऐसे वक्त पर किया है जब कतर की राजधानी दोहा में अमेरिका के साथ चल रही शांति वार्ता में अफगान प्रतिनिधि भी शामिल होने वाले हैं।
जर्मनी और कतर के कूटनीतिक प्रयासों से तालिबान से वार्ता के लिए अफगानिस्तान की सियासत में दखल रखने वाले करीब 60 नेता दोहा पहुंचे हैं। अफगान सरकार से सीधी वार्ता से इन्कार करता रहा तालिबान इस शर्त पर इन लोगों से बातचीत के लिए सहमत हुआ कि ये नेता निजी हैसियत से इस वार्ता में शामिल होंगे।
काबुल कार विस्फोट में 34 लोगों की मौत
अफगानिस्तान की राजधानी काबुल एक जुलाई की सुबह एक शक्तिशाली बम धमाके से दहल उठा। काबुल में हुए शक्तिशाली विस्फोट में कम से कम 34 लोगों की मौत हो गई और 68 अन्य घायल हो गए। अधिकारियों ने कहा कि समाचार एजेंसी सिन्हुआ ने बताया कि आतंकवादी पुल-ए-महमूद खान में एक निर्माणाधीन इमारत में घुस गए थे।हालात को नियंत्रित करने के लिए क्षेत्र में पहुंचे सुरक्षा बलों के साथ गोलीबारी भी हुई।
आतंकवादी हमले में 26 जवानों की मौत
इससे पहले अफगानिस्तान के नार्दन बाघलान प्रांक के नाहरीन में हुए आतंकी हमले में अफगाव सिक्योरिटी फोर्सेज के 26 जवानों की मौत हो गई थी और साथ ही आठ जवान घायल हो गए थे। डिस्ट्रीक्ट चीफ फजलुद्दीन मार्दी ने बताया था कि आतंकियों को भी हमले में काफी चोटें आई थीं। वहीं तालिबान के प्रवक्ता जबीउल्ला मुजाहिद ने कहा था कि हमले में अफगान फोर्सेज के कई जवान मारे गए हैं। संख्या जो बताई जा रही है, उससे कहीं ज्यादा है। मुजाहिद के मुताबिक हमले में कई सीनियर कमांडर्स भी मारे गए थे।