Move to Jagran APP

सुषमा ने ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में उठाया मनी लांड्रिंग, आतंकी फंडिंग का मुद्दा

सुषमा ने कहा कि यहां होने वाला विचार-विमर्श ब्रिक्स देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार होगा।

By Bhupendra SinghEdited By: Published: Mon, 04 Jun 2018 07:25 PM (IST)Updated: Mon, 04 Jun 2018 11:24 PM (IST)
सुषमा ने ब्रिक्स देशों के विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में उठाया मनी लांड्रिंग, आतंकी फंडिंग का मुद्दा

प्रिटोरिया, प्रेट्र। विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने ब्रिक्स के मंच पर मनी लांड्रिंग और आतंकी फंडिंग का मामला उठाते हुए इनके खिलाफ साझा कार्रवाई पर जोर दिया है। सोमवार को ब्रिक्स विदेश मंत्रियों के सम्मेलन को संबोधित करते हुए सुषमा ने कहा कि बहुलतावाद, अंतरराष्ट्रीय कारोबार और विश्व व्यवस्था को कट्टरपंथी ताकतों से गंभीर चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है। उम्मीद की जा रही है कि ब्रिक्स विदेश मंत्रियों का सम्मेलन अगले माह जोहांसबर्ग में होने वाले शिखर सम्मेलन की नींव तैयार करेगा। ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका ब्रिक्स के सदस्य देश हैं।

loksabha election banner

-विदेश मंत्रियों के सम्मेलन में दिया साझा कार्रवाई पर जोर

-दीर्घ अवधि विकास के लिए मिलकर काम करने का आह्वान

सुषमा ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ब्रिक्स देशों से आतंकवाद से मुकाबले के लिए मनी लांड्रिंग, आतंकी फंडिंग, साइबर अपराध और कट्टरपंथ के खिलाफ साझा कार्रवाई पर जोर दिया था। हमारे नेताओं ने आतंकवाद के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र की लड़ाई को भी प्रभावी बनाने की मांग की है। हम फिर से दक्षिण अफ्रीका के नेतृत्व में ब्रिक्स देशों के बीच आतंकवाद के खिलाफ मिलकर लड़ने और साझा कार्रवाई करने की मांग कर रहे हैं।

सुषमा ने कहा कि यहां होने वाला विचार-विमर्श ब्रिक्स देशों के आपसी सहयोग को बढ़ाने में मददगार होगा। उन्होंने दीर्घ अवधि विकास के लिए भी ब्रिक्स देशों से मिलकर काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि हालांकि, वैश्विक विकास में सुधार के लक्षण दिखाई दे रहे हैं, लेकिन दीर्घ अवधि विकास जस-का-तस बना हुआ है।

दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति के साथ द्विपक्षीय संबंधों पर चर्चा

विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने कौशल विकास, कृषि और सूचना प्रौद्योगिकी के क्षेत्रों में सहयोग बढ़ाने पर दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामफोसा से चर्चा की। सुषमा पांच दिन की यात्रा पर रविवार को यहां पहुंची थीं। विदेश मंत्रालय द्वारा जारी बयान के अनुसार, सुषमा ने रामफोसा से मुलाकात की, जिन्होंने लंदन में राष्ट्रमंडल सम्मेलन के दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मुलाकात की यादों को ताजा किया। उन्होंने द्विपक्षीय संबंधों को अगले स्तर तक ले जाने की प्रतिबद्धता जताई। दोनों देशों के बीच कौशल विकास, कृषि और सूचना प्रौद्योगिकी जैसे क्षेत्रों में ज्यादा सहयोग पर भी चर्चा की गई।

सुषमा ने राष्ट्रपति का कार्यभार संभालने पर रामफोसा को बधाई दी। उन्होंने कहा कि साल 2018 भारत और दक्षिण अफ्रीका दोनों के लिए महत्वपूर्ण है। वे कूटनीतिक संबंधों की 25वीं वर्षगांठ, प्रसिद्ध नेता नेल्सन मंडेला की 100वीं जयंती और महात्मा गांधी की पीटरमैरिट्जबर्ग घटना की 125वीं वर्षगांठ मना रहे हैं। युवावस्था में महात्मा गांधी को पीटरमैरिट्जबर्ग रेलवे स्टेशन पर एक ट्रेन से जबरन उतार दिया गया था। वर्ष 1893 में घटी वह घटना दक्षिण अफ्रीका में नस्लीय भेदभाव के खिलाफ गांधीजी की लड़ाई में मील का पत्थर साबित हुई।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.