तुर्की के सबसे बड़े विदेशी सैन्य अड्डे पर आत्मघाती हमला, दो की मौत
तुर्की के सबसे बड़े विदेशी सैन्य अड्डे पर मंगलवार को एक व्यक्ति ने अपने शरीर पर बंधे विस्फोटकों से उड़ा दिया इससे दो लोगों की मौत हो गई।
सोमालिया, न्यूयॉर्क टाइम्स न्यूज सर्विस। सोमालिया के मोगादिशू इलाके में तुर्की के सबसे बड़े विदेशी सैन्य अड्डे पर मंगलवार को एक व्यक्ति ने अपने शरीर पर बंधे विस्फोटकों से उड़ा दिया, इससे दो लोगों की मौत हो गई।
सोमाली अधिकारियों ने कहा कि सोमालिया में इस तरह के घातक हमले होते रहते हैं इन पर रोक के लिए तमाम तरह के उपाय किए जा रहे हैं मगर फिर भी कई सालों से ऐसे विस्फोटकों पर रोक नहीं लग पा रही है। इस आत्मघाती हमलावर ने तुर्की के सबसे बड़े विदेशी सैन्य अड्डे के बाहर ये विस्फोट किया है।
न्यूज सर्विस के अनुसार जिस तरह से यह हमला किया गया है वो आतंकी संगठन अल-शबाब की पहचान है। इससे अंदाजा लगाया जा रहा है कि इसी आतंकी समूह के आतंकी ने ये विस्फोट किया है। एजेंसी के अनुसार जिस आतंकी ने हमला किया वो सुबह 9 बजे से पहले कैंप तुर्कसोम में भर्ती होने के लिए वहां पहुंचा हुआ था, इस जगह पर सैनिकों की भर्ती का अभियान चल रहा था। यहां सैनिकों की भर्ती और उनको प्रशिक्षण देने का काम चलता रहता है। इसी जगह को टारगेट करते हुए इस आत्मघाती ने यहां विस्फोट किया।
अधिकारियों ने कहा कि हमलावर ने संभावित भर्ती के रूप में पोज दिया, लेकिन जब उसने गार्ड के आदेशों का जवाब देने से इनकार कर दिया, तो उन्होंने उसे गोली मार दी। सोमाली सरकार के प्रवक्ता, इस्माईल मुख्तार उमर ने कहा कि विस्फोट करने वाले आतंकी ने एक भर्ती होने के लिए आए युवक और एक दर्शक को मार डाला। अल-शबाब से जुड़ी एक वेबसाइट ने बताया कि समूह ने हमले की जिम्मेदारी ली थी। आतंकवादी संगठन ने पहले सोमालिया में सोमाली सरकार और तुर्की के हितों के खिलाफ इसी तरह के हमले किए हैं।
ये सैन्य कैंप साल 2017 में खोला गया था, इसको बनाने पर 50 करोड़ की लागत आई थी। उधर देश के रक्षा मंत्रालय ने आतंकियों के इस हमले को कमजोर बताया और कहा कि उसके किसी भी जवान को हमले में नुकसान नहीं पहुंचा है। ये सैन्य कैंप हिंद महासागर के तट पर स्थित है। यहां पर सोमालिया के राष्ट्रीय सैन्य बल के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया जाता है। सोमालिया की सेना देश के 1991 के गृह युद्ध के बाद टूट गई थी।
तुर्की के अलावा, संयुक्त राज्य अमेरिका के पास सैकड़ों विशेष संचालन बल हैं जो सोमाली सेना को प्रशिक्षित करते हैं। कतर और संयुक्त अरब अमीरात सहित खाड़ी देशों ने भी सोमालिया में प्रभाव के लिए विभिन्न क्षेत्रीय सुरक्षा बलों को सहायता प्रदान की है। पिछले 13 सालों में पश्चिमी-समर्थित सरकार ने अल-शबाब की लड़ाई के लिए अफ्रीकी संघ बलों के समर्थन पर भरोसा किया है जिसने सरकार को उखाड़ फेंकने और इस्लामी कानून के सख्त संस्करण को लागू करने के लिए देश भर में हमले किए हैं।