अमेरिका ने जोर देकर कहा- प्योंगयांग से सभी संबंधों को खत्म करे सुडान, तभी होगी यूएस के साथ वार्ता
वाशिंगटन ने जोर देकर कहा है कि सुडान को पूर्ण आश्वासन देना होगा कि उसने परमाणु सशस्त्र प्योंगयांग के साथ अपने सभी संबंधों को खत्म कर लिया है।
खर्तौम (एएफपी)। "सुडान को उत्तर कोरिया के साथ आतंक पर किसी भी तरह के वार्ता को शुरु करने से पहले सभी व्यवसायिक संबंधों को खत्म कर देना चाहिए", एक शीर्ष अमेरिकी अधिकारी ने कहा। वाशिंगटन ने पिछले साल अक्टूबर में खर्तौम (सुडान की राजधानी) पर लगाए गए दशकों पुराने व्यापार प्रतिबंध को हटा लिया, लेकिन सूडान को आतंकवाद को बढ़ावा देने वाले देशों की सूची में रख दिया। इसके बाद सूडानी अधिकारियों का कहना है कि अंतरराष्ट्रीय बैंक सूडान के बैंकों के साथ व्यापार करने से कतरा रहे हैं। जिसके लिए सूडानी अधिकारियों पर सूडान को ब्लैकलिस्ट से हटाने के लिए दबाव डाला जा रहा है।
इधर वाशिंगटन ने जोर देकर कहा है कि खर्तौम को पूर्ण आश्वासन देना होगा कि उसने परमाणु सशस्त्र प्योंगयांग के साथ अपने सभी संबंधों को खत्म कर लिया है। अमेरिका भी सुडान को मानव अधिकार, धार्मिक आजादी और अन्य अधिकार मुद्दों पर सुधार करने के लिए दबाव डाल रहा है ताकि खर्तौम के साथ अगले चरण में वार्ता की जा सके। वाशिंगटन ने सुडान के उत्तर कोरिया के साथ संबंधों को खत्म करने के मामले में सुडान से सबूतों की भी मांग की है।
खर्तौम का कहना है कि वह उत्तर कोरिया के खिलाफ संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद द्वारा पारित सभी प्रस्तावों का सम्मान करने के लिए प्रतिबद्ध है। सूडानी विदेश मंत्रालय ने रविवार को एक बयान में कहा, "सूडान इस बात की पुष्टि करता है कि उत्तर कोरिया के साथ किसी भी तरह का इसका कोई संबंध नहीं है।"
बताया जाता है कि सूडान और उत्तरी कोरिया के बीच वर्षों से कोई राजनयिक संबंध नहीं है, लेकिन कुछ अधिकार समूह का मानना है कि दोनों कई सालों से सैन्य संबंधों में शामिल है। वाशिंगटन ने इस्लामवादी आतंकवादी समूहों को समर्थन देने के लिए सुडान पर 1997 में प्रतिबंध लगा दिए थे। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि अल-कायदा का संस्थापक ओसामा बिन लादेन 1992 से लेकर 1996 तक सूडान में रहा था।