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Sri Lanka Crisis: भारत के सात करोड़ डालर के कर्ज से खाद्य वस्तुओं का आयात करेगा श्रीलंका

श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर की मदद देने की घोषणा की थी जिसमें से 2.9 अरब डॉलर की मदद उसे दी जा चुकी है। ताकि वह जरूरी पेट्रोलियम उत्पादों व खाने पीने की चीजों का आयात जारी रख सके।

By Shashank Shekhar MishraEdited By: Published: Sat, 25 Jun 2022 08:50 PM (IST)Updated: Sat, 25 Jun 2022 08:50 PM (IST)
Sri Lanka Crisis: भारत के सात करोड़ डालर के कर्ज से खाद्य वस्तुओं का आयात करेगा श्रीलंका
कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग के अनुसार, खेप में चावल, दूध पाउडर व आवश्यक दवाएं मौजूद हैं।

कोलंबो, एएनआइ। श्रीलंका की सरकार ने खाद्य वस्तुओं के आयात के लिए भारत की तरफ से दी जा रही एक अरब डालर की कर्ज सुविधा में से और सात करोड़ डालर के इस्तेमाल की इजाजत दे दी है। व्यापार मंत्री नलिन फर्नाडो ने कहा कि सात करोड़ डालर की कर्ज सुविधा 18 करोड़ डालर की खाद्य सामग्री की मदद से अगल होगी। फर्नाडो ने डेली मिरर से कहा, 'जब खाद्य सामग्री आ जाएगी, तब हमें आगामी कुछ महीनों तक खानेपीने की चीजों की किल्लत का सामना नहीं करना पड़ेगा।' बता दें कि एक दिन पहले ही भारत ने मानवीय मदद की एक खेप कोलंबो भेजी है, जिसकी कीमत तीन अरब श्रीलंकाई रुपये बताई गई। कोलंबो स्थित भारतीय उच्चायोग के अनुसार, खेप में चावल, दूध पाउडर व आवश्यक दवाएं मौजूद हैं।

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भारत से भेजी गई सामग्री (कीमत 65.33 करोड़ रुपये) वहां पहुंच भी गई। भारत पड़ोसी देशों को मदद देने के लिए दूसरे देशों से भी बात कर रहा है, ताकि उसे संयुक्त तौर पर उबारने की कोई स्कीम लागू की जा सके। जर्मनी में जी-7 बैठक में पीएम नरेन्द्र मोदी दूसरे देशों के नेताओं से भी बात करेंगे कि श्रीलंका को एक बड़ा आर्थिक पैकेज दिया जा सके।

भारत से मांगी 1.5 अरब डॉलर की और मदद

श्रीलंका की मदद के लिए भारत अन्य देशों से श्रीलंका की मदद के लिए बात कर रहा है। भारत ने इस वर्ष की शुरुआत में ही श्रीलंका को 3.5 अरब डॉलर की मदद देने की घोषणा की थी जिसमें से 2.9 अरब डॉलर की मदद उसे दी जा चुकी है। माना जा रहा है कि पड़ोसी देश ने भारत से 1.5 अरब डॉलर की मदद तत्काल तौर पर मांगी है ताकि वह जरूरी पेट्रोलियम उत्पादों व खाने पीने की चीजों का आयात जारी रख सके। बता दें श्रीलंका 1948 में आजादी के बाद से अब तक के सबसे बुरे आर्थिक दौर से गुजर रहा है


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