श्रीलंका आतंकी हमले में मारे गए नौ भारतीयों के शव भारत भेजे
श्रीलंकाई अफसरों के मुताबिक कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास के अफसरों ने कई ट्वीट कर मारे गए भारतीयों के पार्थिव शरीर का ब्योरा जारी किया है।
कोलंबो,(एजेंसी)। श्रीलंका में ईस्टर संडे के दिन आईएस के आतंकियों द्वारा किए गए श्रृंखलाबद्ध धमाकों में मारे गए 10 भारतीयों में से नौ शव बुधवार को भारत भेज दिए गए। श्रीलंका पर यह अब तक का भीषणतम हमला था। श्रीलंकाई अफसरों के मुताबिक कोलंबो स्थित भारतीय दूतावास के अफसरों ने कई ट्वीट कर मारे गए भारतीयों के पार्थिव शरीर का ब्योरा जारी किया है।
भारतीय दूतावास के अनुसार मारे गए भारतीयों की पहचान एसआर नागराज, एच. शिवकुमार, केजी हनुमनथरैयप्पा, केएम लक्ष्मीनारायण, एम. रंगप्पा, वी. तुलसीराम, ए. मारेगौडा, एच. पुट्टाराजू और आर. लक्ष्मणगौडा शामिल हैं। अब तक 60 गिरफ्तार, 34 विदेशियों की मौत श्रीलंकाई सुरक्षा बलों ने बम धमाकों के सिलसिले में अब तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस प्रवक्ता रवान गौनसेकरा ने बताया कि धमाकों में 500 से ज्यादा लोग घायल हुए हैं।
जिन 34 विदेशियों की मौत हुई, उनकी पहचान कर ली गई है। मारे गए विदेशियों में भारत के 10 के अलावा डेनमार्क के तीन, जापान, नीदरलैंड्स, पुर्तगाल, बांग्लादेश, स्पेन के एक-एक, चीन, सऊदी अरब, तुर्की के दो-दो, ब्रिटेन के छह, दो अमेरिकी व ब्रिटिश पासपोर्टधारी, दो ऑस्ट्रेलियाई शामिल हैं। अब तक 14 विदेशियों की पहचान नहीं हो सकी है। उनके शव कोलंबो के सरकारी मुर्दाघर में रखे गए हैं। जबकि 16 घायल विदेशियों का कोलंबो के राष्ट्रीय व निजी अस्पतालों में इलाज चल रहा है।
भारत ने श्रीलंका को संभावित हमले का भेजा था अलर्ट
भारतीय एजेंसियों ने संभावित आतंकी हमले के संबंध में खुफिया सूचना श्रीलंका को इस माह की शुरूआत में दी थी। राष्ट्रीय जांच एजेंसी द्वारा दक्षिण एशिया में प्रमुख नेताओं की हत्या करने के आईएस प्रेरित मॉड्यूल की योजना की जांच पूरी करने के बाद यह अलर्ट भेजा गया था।
अधिकारियों ने बताया कि एनआईए ने कोयंबटूर में आईएस मामले की जांच की थी। इसके बाद राजनयिक चैनल के जरिए श्रीलंका को अलर्ट भेजा गया था। जांच के दौरान एनआईए की टीम ने नेशनल तौहीद जमात के नेता जहरान हाशिम के एक वीडियो का पता लगाया था, जिसमें कोलंबो में भारतीय उच्चायोग पर आतंकी हमले के संकेत थे।
आईएस से जुड़े कुछ सोशल मीडिया खातों की और जांच के बाद भारतीय सुरक्षा एजेंसियों ने श्रीलंकाई सुरक्षा एजेंसिया को बताया था कि आईएस प्रेरित मॉड्यूल चर्चो को निशाना बना सकते हैं।