सार्थक अंतरराष्ट्रीय संबंध की नींव है स्कॉलरशिप: राष्ट्रपति कोविंद
राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद तीन यूरोपीय देशों- साइप्रस, बुल्गारिया और चेक रिपब्लिक के दौरे पर हैं।
सोफिया (एएनआइ)। राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा है कि किसी भी सार्थक अंतरराष्ट्रीय संबंध के निर्माण की ईंट स्कॉलरशिप और शिक्षा है। राष्ट्रपति के संबोधन से पहले भारत और बुल्गारिया के बीच सोफिया यूनिवर्सिटी में हिंदी विभाग, देश में पर्यटन, निवेश, परमाणु सहयोग के लिए चार समझौतों पर हस्ताक्षर किए गए।
बुल्गारिया के सोफिया यूनिवर्सिटी में बदलाव व सौहार्द्र का हथियार शिक्षा के थीम पर छात्रों को संबोधित करते हुए बुधवार को राष्ट्रपति ने कहा, ‘किसी भी अंतरराष्ट्रीय संबंध को सार्थक बनाने के लिए स्कॉलरशिप व शिक्षा का अहम स्थान है जैसा कि बुल्गारिया और भारत के बीच है। उन्होंने आगे कहा कि हमारी शिक्षा व्यवस्था का फोकस युवा पीढ़ी की सार्थक भविष्य सुरक्षित करना है।
पूर्व राष्ट्रपति डॉ. एस राधाकृष्णन की जयंती पर उन्हें श्रद्धांजलि देते हुए उन्होंने कहा कि यह संयोग है कि 5 सितंबर को मैं इस यूनिवर्सिटी में हूं। भारत में डॉ.एस राधाकृष्णन के सम्मान में इस दिन शिक्षक दिवस मनाया जाता है। 1954 में भारत के उपराष्ट्रपति के तौर पर उन्होंने बुल्गारिया का दौरा किया और हमारे आधुनिक संबंध की नींव डाली थी। मेरा आज का संबोधन उन्हीं महान शिक्षक व बुल्गारिया-भारत संबंध को समर्पित है।
दोनों देशों के बीच संबंध के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि एक दूसरे से अलग होने के बावजूद दोनों की चिंता और उम्मीदें एक हैं। उन्होंने यह भी कहा कि बुल्गारियाई और भारतीय वैज्ञानिक ब्लू इकोनॉमी की संभावनाओं के साथ नदियों की सफाई के लिए प्रौद्योगिकियों को तैयार करने के लिए सहयोग कर सकते हैं।