रेड कार्पेट बिछा पर नहीं आए सेलिब्रिटी, सूने ऑडिटोरियम में 'चेक फिल्म फेस्टिवल'
नॉवेल कोरोना वायरस के कारण फैली महामारी ने पूरी दुनिया को अस्त-व्यस्त कर दिया है। दुनिया भर के इवेंट्स इसकी चपेट में आ गए
प्राग (रायटर्स )। रेड कार्पेट तो बिछाई गई पर वहां किसी सेलिब्रिटी को पोज देते नहीं देखा जा सका, यह सीन है चेक फिल्म फेस्टिवल का जो पूरी तरह से कोरोना वायरस के संक्रमण के चपेट में आया दिखा। बगैर दर्शकों के सूने ऑडिटोरियम में मंच पर केवल अनाउंसर मौजूद थे। महामारी के चपेट में आए दुनिया भर के अनेकों इवेंट्स में एक है 'चेक फिल्म फेस्टिवल (Czech film festival)'।
स्टार फ्री कार्पेट और खाली ऑडिटोरियम
कोविड-19 (COVID-19) महामारी का प्रभाव चेक फिल्म फेस्टिवल में देखने को मिला जहां ओपनिंग सेरेमनी में परिंदा भी पर नहीं मारता दिखा। घातक कोरोना वायरस के कारण सुनसान ऑडिटोरियम और स्टार फ्री रेड कार्पेट के साथ फिल्म फेस्टिवल की शुरुआत हुई।
महामारी के चंगुल में चला गया फेस्टिवल
अप्रैल में ही कार्लोवी वैरी इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल (Karlovy Vary International Film Festival) ने ऐलान किया था कि यह महामारी के कारण अपने मुख्य इवेंट को रद कर रहा है। संक्रमण को फैलने से रोकने के लिए कई तरह के सख्त नियम लागू किए गए थे लेकिन अब इसमें ढील दी गई है और फेस्टिवल के प्रेसिडेंट, एक्टर जिरी बार्तोस्का (Jiri Bartoska) शुक्रवार को 16 विदेशी व घरेलू फिल्मों की लिस्ट का अनावरण करने वाले हैं। उन्होंने फेस्टिवल के मेन वेन्यु में स्पीच दिया। रेड कार्पेट तो बिछाई गई थी लेकिन इस साल वहां कोई अतिथि नहीं था।
A Czech international film festival kicked off in a near-empty auditorium. The festival’s president still gave a speech to the scaled-back audience and the red carpet was abandoned https://t.co/fVXVa7skfE" rel="nofollow pic.twitter.com/vdnJri9T3d — Reuters (@Reuters) July 9, 2020
सिनेमा मैनेजर को मिला इस साल का सम्मान
बार्तोस्का ने कहा, 'हर साल इस मौके पर हम फेस्टिवल का अवार्ड 'क्रिस्टल ग्लोब' का सम्मान देते हैं और इस साल यह आपको (सिनेमा मैनेजरों) को जाता है। आयोजकों ने बताया कि इस फेस्टिवल की शुरुआत वर्ष 1946 में हुई थी और अब यह वर्ष 2021 में वापस आएगा। चीन से शुरू हुए महामारी के संक्रमण को रोकने के लिए मार्च महीने में दुनिया भर में लॉकडाउन लगाया गया। इसके तहत किसी तरह के सामूहिक आयोजन पर रोक लगा दी गई।