पांच सितारा होटल में कैद है यह प्रिंस, इस कारण नहीं हो पा रही है रिहाई
अलवलीद और अन्य शाही परिवार के सदस्यों और पूर्व अधिकारियों ने अपनी हैसियत का गलत इस्तेमाल करके मोटी धनराशि अर्जित की है।
जेद्दा (रायटर)। सऊदी अरब के अरबपति प्रिंस अलवलीद बिन तलाल की सरकारी अधिकारियों के साथ आर्थिक देनदारी को लेकर वार्ता सफल नहीं हो पाई है। इसी की वजह से वह सऊदी सरकार की कैद से बाहर नहीं आ पाए हैं। देश के सबसे बड़े कारोबारियों में शुमार प्रिंस अलवलीद और शाही परिवार के दर्जनों अन्य सदस्य व पूर्व अधिकारी दो महीने से ज्यादा समय से सऊदी सरकार की कैद में हैं।
उन्हें भ्रष्टाचार के मामलों में एक पंचतारा होटल में कैद करके रखा गया है। जो लोग अवैध तरीके से कमाई गई धनराशि का हिस्सा सरकारी खजाने में जमा करा रहे हैं, उन्हें कैद से मुक्त किया जा रहा है। 17 अरब डॉलर (एक लाख आठ हजार करोड़ रुपये) की संपत्ति के मालिक अलवलीद अंतरराष्ट्रीय निवेश कंपनी किंगडम होल्डिंग के चेयरमैन हैं। यह कंपनी दुनिया भर की बड़ी कंपनियों में निवेश के लिए जानी जाती है।
सऊदी सरकार के एक अधिकारी के अनुसार प्रिंस से जिस धनराशि की अपेक्षा की गई थी, वह उसे चुकाने के लिए तैयार नहीं हैं। इसलिए अटॉर्नी जनरल ने उनकी रिहाई की अर्जी खारिज कर दी है। जबकि प्रिंस अलवलीद से जुड़े एक अन्य सूत्र ने बताया है कि वह सऊदी सरकार को दान में कुछ रकम देने को तैयार नहीं हैं। अलवलीद यह मानने को तैयार नहीं हैं कि उन्होंने कुछ गलत किया है और अवैध तरीके से धन कमाया है।
जबकि सरकार का कहना है कि अलवलीद और अन्य शाही परिवार के सदस्यों और पूर्व अधिकारियों ने अपनी हैसियत का गलत इस्तेमाल करके मोटी धनराशि अर्जित की है। इनके कामकाज के तरीके से शाही परिवार के सदस्य तो धनी बन गए लेकिन सरकार तंगहाल बनी रही। इसलिए सरकार ने अवैध रूप से कमाई गई धनराशि की वसूली करने का फैसला किया है। सरकार ने इन लोगों से 100 अरब डॉलर (छह लाख छत्तीस हजार करोड़ रुपये) की धनराशि की वसूली का लक्ष्य बनाया है। यह पूरी प्रक्रिया युवराज मुहम्मद बिन सलमान के निर्देश पर चलाई जा रही है।
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