Move to Jagran APP

दक्षिण कोरिया का लक्ष्य, इस साल के अंत तक कोरियाई युद्ध को समाप्त करना

दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री कांग क्यूंग व्हा ने कहा कि "मुझे लगता है कि अमेरिका और उत्तरी कोरिया को बातचीत और परामर्श के माध्यम से हल निकालने की जरुरत है।

By Srishti VermaEdited By: Published: Mon, 18 Jun 2018 01:23 PM (IST)Updated: Mon, 18 Jun 2018 01:25 PM (IST)
दक्षिण कोरिया का लक्ष्य, इस साल के अंत तक कोरियाई युद्ध को समाप्त करना

सिओल (एएनआई)। दक्षिण कोरिया के विदेश मंत्री कांग क्यूंग व्हा ने सोमवार को कहा कि सिओल ने छह दशकों से चले आ रहे कोरियाई युद्ध को इस साल के अंत तक समाप्त करने का लक्ष्य रखा है। साथ ही व्हा ने यह भी कहा कि लेकिन इसके लिए योजना और तय समय में लचीलापन होना चाहिए।

loksabha election banner

संयुक्त राज्य अमेरिका के राज्य सचिव माइक पोंपियो के साथ टेलीफ़ोनिक वार्ता करने के बाद मीडिया से रूबरू हुई व्हा ने ये बातें कहीं। इस दौरान दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री ने अमेरिका और उत्तर कोरिया के बीच चल रहे शांति समझौते पर जोर दिया। कांग क्यूंग व्हा ने कहा कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन ने 27 अप्रैल को पनमुंजम में मून जे इन के साथ बैठक में 1950-53 कोरियाई युद्ध के औपचारिक समाप्ति के लिए प्रतिबद्धता जताई थी। 

न्यूज एजेंसी योनहैप ने दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री के बयानों का उल्लेख करते हुए कहा कि "मुझे लगता है कि अमेरिका और उत्तरी कोरिया को बातचीत और परामर्श के माध्यम से हल निकालने की जरुरत है। लेकिन इसके साथ ही ये भी जरुरी है कि इसकी योजना और समय की प्रकृति में लचीलापन हो। आपको बता दें कि कोरियाई युद्ध एक संधि के तहत समाप्त हुआ ना कि किसी शांति समझौते के तहत। दोनों कोरियाई देश अभी भी तकनीकी रूप से युद्ध की स्थिति में हैं।

दक्षिण कोरियाई विदेश मंत्री ने आगे कहा कि उन्हें अगस्त महीने के शुरुआत में सिंगापुर में होने वाले आसियान क्षेत्रीय फोरम के दौरान अपने उत्तरी कोरियाई समकक्ष री योंग-हो के साथ वार्ता करने की उम्मीद है। कांग ने यह भी स्पष्ट किया कि ट्रंप और किम के बीच एक हॉटलाइन की स्थापना पर अब तक कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई है।

पिछले हफ्ते, ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने उत्तरी कोरियाई नेता को अपना "सीधा नंबर" दिया, उन्होंने कहा कि वे अब प्योंगयांग को "परमाणु खतरे" के रूप में नहीं मानते हैं। अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा था, "अब मैं उन्हें आमंत्रित कर सकता हूं। वे किसी भी मुश्किल घड़ी में मुझे कॉल कर सकते हैं। हमारे बीच संपर्क स्थापित हो चुका है।"

12 जून को, ट्रंप और किम ने सिंगापुर के कैपेला होटल में ऐतिहासिक शिखर वार्ता की थी। इस पहली मुलाकात में दोनों ने एक संयुक्त शिखर सम्मेलन पर हस्ताक्षर किए। इस बैठक में "कोरियाई प्रायद्वीप के पूर्ण निरस्त्रीकरण पर सहमति जताई गई जबकि ट्रंप ने प्योंगयांग को सुरक्षा गारंटी भी दिया।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.