साउथ कोरिया ने माना सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा कोरोना से लड़ने का नहीं है अन्य विकल्प
साउथ कोरिया ने कोरोना वायरस के चलते चलाए गए सोशल डिस्टेंसिंग अभियान को अगले दो हफ्तों तक बढ़ाने का फैसला किया है।
सियोल, आइएएनएस। साउथ कोरिया ने कोरोना वायरस के चलते चलाए गए सोशल डिस्टेंसिंग अभियान को अगले दो हफ्तों तक बढ़ाने का फैसला किया है। दरअसल, देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को ध्यान को ध्यान में रखकर यह फैसला लिया गया है।
न्यूज एजेंसी आइएएनएस को योनहैप न्यूज एजेंसी ने दी रिपोर्ट के मुताबिक, यह फैसला प्रधानमंत्री चुंग सिय-क्युन (Chung Sye-kyun) की अध्यक्षता में एक बैठक के दौरान लिया गया। इस बैठक पर कोरोना से लड़ने के लिए कोई अन्य विकल्प नहीं मिल पाया। सिवाय सोशल डिस्टेंसिंग के अलावा इस बीमारी से लड़ने का दूसरा कोई विकल्प नहीं है।
भारत में भी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 21 दिनों के लॉकडाउन लगाने के साथ ही लोगों से अपील की थी सभी लोग सोशल डिस्टेंसिंग बना कर रखें। इंसान से इंसान को होने वाले इस वायरस का इलाज ना मिलने तक सिवाय एहतियात बरतने का ही विकल्प बचता है। ऐसे में सभी लोगों को बार-बार एहतियात बरतने की सलाह दी जाती है।
वैश्विक तौर पर इस वायरस से अभी तक 10 लाख से ज्यादा लोग संक्रमित हैं वही 50 हजार से ज्यादा लोग इस बीमारी से अपनी जान गंवा बैठे हैं। सबसे ताकतवर देश अमेरिका भी इस वायरस की चपेट में आ चुका है। वहां पर भी रोज संक्रमित लोगों की संख्या बढ़ रही है। अमेरिका की बाद इटली और स्पेन में सबसे ज्यादा कोरोना के मरीज सामने आए हैं।
सभी देश अपने स्तर पर इस वायरस से निपट रहे हैं। यह नहीं इस वायरस से निपटने लिए कई देश वैक्सीन भी तैयार कर रहें है। हालांकि इंसान से इंसान से फैलने वाले इस वायरस का अभी तक कोई कारगर इलाज नहीं मिल पाया है। फिलहाल मीडिया रिपोर्ट की मानें तो इस वायरस से निपटने के लिए इस वैक्सीन को बनाने में कम से कम 6 महीने का समय लगेगा। इसके बाद इसक परीक्षण मानव पर अगले साल तक किया जा सकता है।