Move to Jagran APP

आर्मीनिया की गोलीबारी में मार गिराया गया रूसी हेलीकॉप्टर, दो सैनिकों की हुई मौत

आर्मीनिया और अजरबैजान के सैनिक नागोर्नो-करबाख के क्षेत्र पर पिछले डेढ़ महीनों से लड़ रहे हैं जो अजरबैजान के भीतर है लेकिन 1994 से जातीय आर्मीनियाई लोगों के नियंत्रण में है। नागोर्नो-करबाख से नखचिवन लगभग 70 किलोमीटर (40 मील) दूर है

By Dhyanendra SinghEdited By: Published: Mon, 09 Nov 2020 11:06 PM (IST)Updated: Mon, 09 Nov 2020 11:06 PM (IST)
पिछले डेढ़ महीनों से आर्मीनिया और अजरबैजान के बीच चल रहा है खूनी जंग

येरेवान, एपी। अजरबैजान और आर्मीनिया के खिलाफ खूनी जंग चल रही है। रूस ने सोमवार को कहा कि उसके एक सैन्य हेलीकॉप्टर को अजरबैजान के साथ सीमा के पास आर्मीनिया में मार गिराया गया, जिसमें दो सैनिकों की मौत हो गई। यह घटना नखचिवान के अजरबैजान के साथ सीमा के पास घटी है। 

loksabha election banner

आर्मीनिया और अजरबैजान के सैनिक नागोर्नो-कारबाख के क्षेत्र पर पिछले डेढ़ महीनों से लड़ रहे हैं, जो अजरबैजान के भीतर है, लेकिन 1994 से जातीय आर्मीनियाई लोगों के नियंत्रण में है। नागोर्नो-कारबाख से नखचिवन लगभग 70 किलोमीटर (40 मील) दूर है और अभी यह स्पष्ट नहीं है कि हेलीकॉप्टर किसी गोलीबारी संघर्ष से जुड़ा था या नहीं।

आम नागिरकों को भी बनाया जा रहा निशाना

नागोर्नो- कारबाख शहरों पर चल रही खूनी जंग में में गोलीबारी से अब तक कई आम नागरिकों की मौत हो गई है। क्षेत्र पर नियंत्रण पाने के लिए अजरबैजान ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। नागोर्नो- कारबाख शहरों पर चल रही खूनी जंग में में गोलीबारी से अब तक कई आम नागरिकों की मौत हो गई है। क्षेत्र पर नियंत्रण पाने के लिए अजरबैजान ने अपने हमले तेज कर दिए हैं। वहीं, पिछले दिनों अजरबैजान के रक्षा मंत्रालय ने आम नागरिक क्षेत्रों को निशाना बनाए जाने से साफ इन्कार किया था। अजरबैजान ने आर्मीनिया पर अजरबैजान में टेर्टेर शहर और समीप के गांवों को निशाना बनाने का आरो लगाया था।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.