तंग इलाकों में भी आसानी से घुस सकता है हाइब्रिड एफएसटीएआर
हाइब्रिड एफएसटीएआर (फ्लाइंग स्प्रावल-टूंड ऑटोनोमस रोबोट) को इस्नाइल की बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी (बीजीयू) के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है।
यरूशलम। वैज्ञानिकों ने पहला रोबोट ड्रोन विकसित किया है जो क्वॉडकॉपर की तरह उड़ने में सक्षम है। साथ ही जटिल भूभाग पर ड्राइव कर सकता है और एक ही मोटर का उपयोग करके तंग स्थानों में भी घुस सकता है। इस हाइब्रिड एफएसटीएआर (फ्लाइंग स्प्रावल-टूंड ऑटोनोमस रोबोट) को इस्नाइल की बेन-गुरियन यूनिवर्सिटी (बीजीयू) के शोधकर्ताओं ने विकसित किया है। जो हर बाधा को आसानी से पार कर लेता है।
शोधकर्ताओं ने बताया कि यह ड्रोन 55 डिग्री में भी क्वॉडकॉपर की तरह उड़ने में सक्षम है। यह परिस्थितियों के अनुसार अपनी गति भी तय करता है और राह में आने वाली बाधाओं से आसानी से पार पा सकता है। साथ ही कम चौड़ाई वाले क्षेत्रों में भी उड़ सकता है। बीजीयू के वरिष्ठ लेक्चरर डेविड जारूक ने कहा कि हमने एक ऐसा रोबोट विकसित करने की योजना बनाई थी, जो स्प्रावलिंग रोबोट का छोटा वर्जन हो और अलग-अलग एप्लीकेशन में काम कर सकता हो। जिसके बाद हमारी टीम ने इसे बनाने में सफलता पाई।
यह ड्रोन जमीन में 2.6 मीटर पर सेकंड की गति से दौड़ सकता है। इस पर लगाई गई ऊर्जा की खपत कम करने वाली मोटर एफटीएआर को और विशिष्ट बनाती है। इस पर चलने वाली एप्लीकेशन भी लंबे समय तक चलती हैं। उन्होंने कहा कि व्यावसायिक प्रयोग के लिए भी यह सबसे मुफीद साबित हो सकता है। अन्य ड्रोनों के मुकाबले यह सामान की जल्दी और सुरक्षित डिलीवरी करेगा। साथ ही इसका प्रयोग खोज और बचाव अभियानों में भी कर सकते हैं, क्योंकि यह ड्रोन हर जटिल परिस्थिति के मुताबिक खुद को ढाल लेता है, जबकि साधारण ड्रोन ऐसा नहीं कर पाते।
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