संविधान संशोधन की मांग को लेकर मधेशी पार्टी ने दी नेपाल सरकार से समर्थन वापसी की धमकी
आरजेपी-एन ने प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे दिवाली के बाद समर्थन वापस लें लेंगे।
By Bhupendra SinghEdited By: Published: Tue, 09 Oct 2018 09:15 PM (IST)Updated: Wed, 10 Oct 2018 12:04 AM (IST)
काठमांडू, प्रेट्र। नेपाल के प्रमुख मधेशी दल राष्ट्रीय जनता पार्टी-नेपाल (आरजेपी-एन) ने प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली के नेतृत्व वाली सरकार से समर्थन वापस लेने की धमकी दी है। आरजेपी-एन लंबे समय से संविधान में संशोधन की मांग कर रही है। यदि आरजेपी-एन ने समर्थन वापस लिया तो ओली सरकार संसद के निचले सदन में दो-तिहाई बहुमत खो देगी।
आरजेपी-एन के नेताओं ने सोमवार को प्रधानमंत्री को ज्ञापन सौंपने के बाद चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगे नहीं मानी गईं तो वे दिवाली के बाद समर्थन वापस लें लेंगे। पार्टी ने सरकार से संविधान संशोधन कर मधेशी, थारू, मुसलमान और जनजातीय समुदाय की मांगे पूरी करने को कहा है। भारतीय मूल के मधेशी अपने नागरिक अधिकारों और सरकारी संस्थाओं व नौकरियों में उचित प्रतिनिधित्व की मांग कर रहे हैं।
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