तालिबान के खिलाफ कंधार में दूसरे दिन भी प्रदर्शन, घरों को खाली करने के फरमान से है नाराजगी
तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के प्रांतीय अधिकारियों ने यह फरमान जारी किया है। इसमें अफगान सेना की जमीन पर बने घरों में रहने वाले लोगों को आदेश दिया गया है कि वे तीन दिन में अपने आशियानों को खाली कर दें।
काबुल, एएनआइ। अफगानिस्तान की सत्ता में तालिबान के आने के बाद से लोगों पर अत्याचार बढ़ गया है। देश के दक्षिणी शहर कंधार में हजारों लोगों को तीन दिन में अपने घरों को खाली करने का फरमान जारी किया गया है। इससे नाराज लोगों ने दूसरे दिन बुधवार को भी सड़कों पर उतरकर तालिबान के खिलाफ प्रदर्शन किया।
टोलो न्यूज के अनुसार, तालिबान के नेतृत्व वाली सरकार के प्रांतीय अधिकारियों ने यह फरमान जारी किया है। इसमें अफगान सेना की जमीन पर बने घरों में रहने वाले लोगों को आदेश दिया गया है कि वे तीन दिन में अपने आशियानों को खाली कर दें। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, 'हम 20 साल से इस जगह पर रह रहे हैं। हम जानते हैं कि यह सरकारी जमीन है, लेकिन हमने यहां घर बनाए हैं। तालिबान ने घरों को खाली करने का आदेश दिया है।' लोगों ने मंगलवार को भी इस फरमान के विरोध में प्रदर्शन किया था। बता दें कि गत 15 अगस्त को अफगानिस्तान पर कब्जे के बाद से तालिबान की बर्बरता बढ़ गई है। महिलाओं और खास तौर पर उन लोगों को निशाना बनाया जा रहा है, जिन्होंने अमेरिका और दूसरे विदेशी बलों की मदद की थी।
बीते दिन भी दक्षिणी शहर कंधार में रिहायशी सैन्य बस्तियां खाली कराए जाने पर हजारों की तादाद में अफगानों ने तालिबान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन किया। इसके अलावा, बीस प्रांतों में कम से कम 153 अफगान मीडिया हाउसों को काम करने से रोक दिया गया है। कंधार में गर्वनर हाउस के बाहर एकत्र हजारों अफगानों ने विरोध प्रदर्शन किया था। स्थानीय मीडिया ने फुटेज जारी करते हुए बताया था कि इस कालोनी में सेवानिवृत्त हुए अफगानी सुरक्षा बलों के जरनल और अन्य सैन्य अफसरों के परिवार रहते हैं। इनमें से कुछ परिवार ऐसे हैं जो यहां तीस साल से भी अधिक समय से रहते आ रहे हैं। लेकिन उन्हें घर खाली करने के लिए सिर्फ तीन दिन का समय दिया गया है। हालांकि तालिबान के प्रवक्ता ने इन लोगों को निकाले जाने के विरोध पर अभी तक कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है।