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Pope Francis : बड़ी आंत में दिक्कत के चलते पोप फ्रांसिस की सर्जरी, रविवार को अस्पताल में हुए थे भर्ती

रोम के एक अस्पताल में पोप फ्रांसिस की आंतो की सर्जरी की गई है। रविवार को उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेटिकन के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए बताया कि पोप की सर्जरी सफल रही है और वो अच्छा महसूस कर रहे हैं।

By Amit KumarEdited By: Published: Mon, 05 Jul 2021 03:58 PM (IST)Updated: Mon, 05 Jul 2021 03:58 PM (IST)
Pope Francis : बड़ी आंत में दिक्कत के चलते पोप फ्रांसिस की सर्जरी, रविवार को अस्पताल में हुए थे भर्ती
बड़ी आंत में दिक्कत के चलते पोप फ्रांसिस की सर्जरी। फाइल फोटो।

वेटिकन सिटी, रॉयटर्स: रोम के एक अस्पताल में पोप फ्रांसिस की आंतो की सर्जरी की गई है। रविवार को उन्हें बड़ी आंत में परेशानी (स्टेनोसिस) के चलते अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वेटिकन के प्रवक्ता ने बयान जारी करते हुए बताया कि पोप की सर्जरी सफल रही है और वो अच्छा महसूस कर रहे हैं। 84 वर्षीय बिशप को 2013 में पोप के तौर पर चुना गया था और तब से उन्हें पहली बार अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

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पहले से तय वक्त पर हुई सर्जरी

प्रवक्ता माटेओ ब्रूनी ने एक बयान जारी करते हुए बताया कि, सर्जरी के बाद पोप ने अच्छी प्रतिक्रिया दी है, जिसे नॉर्मल एनसथीसिया देकर किया गया था। साथ ही उन्होंने जानकारी दी कि ये सर्जरी पहले से तय थी, ये कदम किसी भी आपातकाल की स्थिति में नहीं उठाया गया है, उन्होंने सर्जरी के बारे में और कोई खास विवरण नहीं दिया। रोम के उत्तरी भाग में कैथोलिक द्वारा संचालित जेमेली अस्पताल और मेडिकल स्कूल पारंपरिक रूप से पोप का इलाज करता है और इसकी 10वीं मंजिल का एक हिस्सा उनके लिए स्थायी रूप से रिजर्व है। जैसा कि पोप हर साल जुलाई में करता है, उन्होंने पहले से ही इस महीने के लिए अपनी सभी सामान्य और निजी मीटिंग स्थगित कर दी थीं। फ्रांसिस अपने पहले रहे पोप के विपरीत वो वेटिकन में ही रहते हैं और रोम के दक्षिण में अल्बान हिल्स पर स्थित पोप की ग्रीष्मकालीन संपत्ति का कभी भी इस्तेमाल नहीं किया है।

साइटिका से भी हैं ग्रसित

गौरतलब है कि, फ्रांसिस को कभी-कभी सांस लेने में दिक्कत होती है क्योंकि युवा अवस्था के दौरान उनके फेफड़ों में से एक का एक हिस्सा बीमारी के बाद हटा दिया गया था। वो एक अन्य बीमारी से भी पीड़ित हैं, जिसे साइटिका कहा जाता है और उसके कारण उनके पौरों की नसों में दर्द होता है। इस स्थिति के कारण वो नियमित तौर से फिजियोथेरेपी प्राप्त करते हैं, जिसके कारण वो कई बार वो बहुत से कार्यक्रमों में नहीं जा पाते है क्योंकि दर्द के कारण उन्हें चलने में दिक्कत होती है।


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